जिंदल विश्वविद्यालय को क्यूएस आई-गेज की ‘डायमंड’ रेटिंग
नई दिल्ली, 28 जून (आईएएनएस)| ब्रिटेन स्थित क्वाक्वैरली साइमंड्स (क्यूएस) की भारत में उच्च शिक्षा रेटिंग परियोजना क्यूएस आई-गेज ने गुरुवार को हरियाणा के सोनीपत स्थित ओ.पी.जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी को ‘डायमंड’ रेटिग प्रदान की है। विश्वविद्यालय को ‘डायमंड’ रेटिंग की मान्यता इसके विभिन्न मानकों पर उत्कृष्टता व शिक्षण गुणवत्ता व छात्रों के रोजगार के अवसर को लेकर दी गई है।
दक्षिण एशिया में क्यूएस के क्षेत्रीय निदेशक व क्यूएस आई-गेज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अश्विन फर्नांडीस ने एक कार्यक्रम में संवाददाताओं से कहा कि क्यूएस आई-गेज द्वारा दी जाने वाली उच्चतम रेटिंग डायमंड प्लस है।
ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) को क्यूएस ब्रिक्स यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2018 में 251-300 के बै्रकेट में स्थान दिया गया था, जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के 300 शीर्ष विश्वविद्यालयों में 79 भारतीय संस्थान हैं।
फर्नाडीस ने कहा, जेजीयू को क्यूएस ब्रिक्स यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2018 के बाद इस साल क्यूएस आई-गेज द्वारा ‘डायमंड’ रेटिंग अपने आप में उल्लेखनीय है, क्योंकि यह सिर्फ नौ साल पुराना है।
संस्थान की ऑडिट के बाद क्यूएस आई-गेज द्वारा दी गई रेटिंग तीन साल के लिए मान्य है, जबकि क्यूएस की उच्च शैक्षिक संस्थानों की रैंकिंग हर साल बदलती है।
रैंकिंग प्रणाली विभिन्न संस्थानों के सापेक्ष प्रदर्शन पर आधारित है, जबकि रेटिंग संस्थान के वैश्विक मानकों की तुलना में समग्र गुणवत्ता का संकेत देती है।
क्यूएस आई-गेज प्रणाली में सात प्राथमिक संकेतक व पांच द्वितीयक संकेतक शामिल हैं।
समग्र रूप से ‘डायमंड’ रेटिंग के अलावा, विश्वविद्यालय को छह क्षेत्रों में समान रेटिंग मिली है। इसमें रोजगार, सुविधाएं, सामाजिक जिम्मेदारी, मान्यता, उद्यमिता और शिक्षण और अधिगम शामिल हैं।
हालांकि, इसे छात्र विविधता व शोध में ‘सिल्वर’ रेटिंग मिली है।
जेजीयू के कुलपति सी. राजकुमार ने कहा, हमने जेजीयू में शोध की गुणवत्ता में सुधार के लिए कई पहल शुरू की है। मौजूदा समय में हमारा ध्यान वर्तमान के शिक्षक और विद्यार्थी अनुपात 1:13 को और घटाने पर है। हम शोध अनुदान को बढ़ाने और उनके प्रकाशित शोध कार्य के लिए संकाय सदस्यों को पुरस्कार देने की योजना बना रहे हैं।