जन-सुनवाई कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सुनी आम जनता की शिकायतें
कार्यक्रम में लगभग 100 से अधिक मामले किए गए दर्ज
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गुरूवार को मुख्यमंत्री आवास पर आम जनता से मुलाकात कर उनकी समस्याओं व शिकायतों को सुना और सम्बन्धित अधिकारियों को उनके निस्तारण के निर्देश दिए हैं।
इस जन-सुनवाई कार्यक्रम में लगभग 100 से अधिक मामले दर्ज किए गए। इनमें लोनिवि, सिंचाई, परिवहन, ग्राम्य विकास, स्वास्थ्य, राजस्व, ऊर्जा, नगर निगम, पुलिस आदि विभागों से संबंधित थे।
अधिकारियों को निर्देश दिए कि बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए रास्तों की मरम्मत, बाढ़ नियंत्रण व राहत, भूस्खलन, पुस्ता निर्माण सड़क निर्माण के संवेदनशील मामलों को गंभीरता से लेते हुए जल्द से जल्द निपटाया जाए। pic.twitter.com/i1SiB5muhS
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) June 28, 2018
राजकीय सेवा के अनेक कार्मिको द्वारा दुर्गम से सुगम में स्थानान्तरण के मामले लाए जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा, ” स्थानान्तरण सम्बन्धित अनुरोध जनसमस्याओं की सुनवाई के दौरान बिल्कुल न लाए जाएं। राज्य में ट्रांसफर एक्ट लागू होने से राजकीय सेवाओं के सभी स्थानान्तरण नियामानुसार किए जाएंगे। स्थानांतरण के लिए जनता मिलन कार्यक्रम उचित फोरम नहीं है।”
कार्यक्रम के दौरान अपने ट्रांसफर के लिए आई उत्तरकाशी की एक प्राईमरी शिक्षिका ने अभद्रता दिखाई और अपशब्दों का प्रयोग किया। शिक्षिका से अपनी बात मर्यादित ढंग से रखने का अनुरोध किए जाने पर भी जब शिक्षिका ने लगातार अभद्रता का परिचय दिया तो उक्त शिक्षिका को निलंबित करने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनसाधारण की वाजिब शिकायतों को दूर करने के लिए राज्य सरकार तत्पर है। लोगों की समस्याओं का उनके गांव, ब्लाॅक व जिला स्तर पर समाधान हो सके इसके लिए जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी स्तर पर भी नियमित रूप से शिकायत निवारण शिविर लगाए जाते हैं।
इस मौके पर अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश, जिलाधिकारी देहरादून एसए मुरूगेशन सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।