ऋषिकेश-कर्णप्रयाग नई रेलवे लाइन के काम में आएगी तेज़ी, प्रधानमंत्री ने की समीक्षा
105 किलोमीटर की सुरंग में होगी 125 किलोमीटर रेल लाइन
उत्तराखंड में बुधवार को सचिवालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रगति (प्रो एक्टिव गवर्नेन्स एंड टाइमली इम्पलीमेंटेशन) में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग नई रेलवे लाइन के काम की समीक्षा की।
समीक्षा के दौरान उन्होंने भूमि अधिग्रहण, फॉरेस्ट क्लीयरेंस आदि औपचारिकताओं को तेज़ी से पूरा करने के लिए मुख्य सचिव की सराहना की। इस परियोजना से तीर्थयात्री कम समय में आसानी से यात्रा कर सकेंगे। इससे पर्वतीय क्षेत्रों में कुटीर उद्योग और अन्य लघु उद्योग भी विकसित होंगे। लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने प्रधानमंत्री को बताया कि 16,216 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली इस रेलवे लाइन के पहले पैकेज का कार्य शुरू हो चुका है। पहले चरण में 5.7 किलोमीटर वीरभद्र-न्यू ऋषिकेश रेलवे लाइन विकसित किया जा रहा है। यार्ड, अंडर ब्रिज रोड, ओवर ब्रिज रोड और चंद्रभागा नदी पर पुल बनाने का कार्य चल रहा है। दिसंबर 2018 तक यह कार्य पूर्ण हो जाएगा।
मुख्य सचिव ने प्रधानमंत्री को बताया कि इस परियोजना के लिए 790 हैक्टर भूमि की आवश्यकता है। इसमें 16 पुल, 17 सुरंग, 12 रेलवे स्टेशन बनने हैं। टनल के सात पैकेज के लिए जिओ टेक्निकल परीक्षण का कार्य चल रहा है। 125 किलोमीटर रेल लाइन में 105 किलोमीटर लाइन सुरंग में होगी।
प्रधानमंत्री ने सभी मुख्य सचिवों से एसएलबीसी की बैठकों भीम एप, रुपे कार्ड के लिए लक्ष्य निर्धारित करने के लिए कहा। उन्होंने वेलनेस सेन्टर, सौभाग्य योजना पर भी तेज़ी लाने के निर्देश दिए।