बच्चों को छिपी प्रतिभा दिखाने का अवसर देगी ‘नन्हे सपने’
नई दिल्ली, 23 जून (आईएएनएस)| ग्रासो ग्लोबल ने नवीनता और आनंददायक लर्निग के जरिये शिक्षा मुहैया कराने और पूरे भारत में बच्चों को अपनी छिपी प्रतिभाओं को प्रदर्शित कर ‘नन्हे सपने’ पत्रिका का हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित करने की योजना बनाई है। शुरू में ‘नन्हे सपने’ पत्रिका में केजी कक्षा और पहली कक्षा के बच्चों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा और धीरे धीरे इसमें पांचवीं तक की कक्षाओं को शामिल किया जाएगा।
ग्रासो ग्लोबल के अध्यक्ष गजेंद्र जैन ने कहा, लर्निग की शुरुआत बच्चे के जन्म से ही हो जाती है क्योंकि बच्चे में अपने माता-पिता की नकल करने की प्रवृत्ति होती है, इसलिए सही अध्ययन सामग्री बच्चे की जिंदगी में बड़ा बदलाव ला सकती है।
ग्रासो ग्लोबल ने न सिर्फ मेट्रोपॉलिटन शहरों में स्कूलों पर ध्यान दिया है बल्कि उसने बच्चों की प्रतिभाओं को सामने लाने के लिए उन्हें एक प्लेटफॉर्म मुहैया कराने के लिए छोटे जिलों को भी शामिल किया है।
ग्रासो ग्लोबल की टीम ने दिल्ली, मुंबई, उत्तर प्रदेश और गोवा में स्कूलों के साथ भागीदारी की है और पंजाब, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात में अपनी पहुंच बढ़ाने की योजना बनाई है।
संस्था ने एक बयान में कहा, भारत ने शिक्षा पर हमेशा से ध्यान केंद्रित किया है, लेकिन शिक्षाविदों की मौजूदगी के बावजूद भारत में नवीनता का अभाव है और अन्य विकसित देशों की तुलना में यहां बेहद कम संख्या में पेटेंट कराए जाते हैं। यह कहना सही है कि भगवान के बाद शिक्षक/गुरु का स्थान होता है और इसलिए ग्रासो ग्लोबल की टीम बड़ी बादाद में शिक्षकों और प्राधानाचार्यो को परामर्श मुहैया कराया है और उनके मूल्यांकन और फीडबैक के आधार पर इस पत्रिका को तैयार किया गया है।
ग्रासो ग्लोबल के सीओओ अपूर्व कालरा ने कहा, बच्चों की सोचने और समझने की शक्ति में सुधार लाने के लिए हमने शिक्षा उद्योग के साथ भागीदारी की और नन्हे सपने को पेश किया। जहां तक महानगरों का सवाल है तो वहां बच्चे छोटे कस्बों की तुलना में कुछ अधिक विशेषाधिकार प्राप्त हैं। इसलिए, हमारा विजन जिलों में भी पहुंच बनाना है।
उन्होंने कहा, पूरे भारत में, दूर-दराज इलाकों में भी बच्चों को ज्ञान का भंडार मुहैया कराया जाना चाहिए और उन्हें इस मामले में पीछे नहीं छोड़ना चाहिए। यह पत्रिका न सिर्फ अंग्रेजी में होगी बल्कि मातृभाषा हिन्दी में भी होगी और निश्चित तौर पर गणित की अनदेखी नहीं की जा सकती। नन्हे सपने में सामान्य ज्ञान, मौजूदा मुद्दों, कहानी सुनाने, कला और शिल्प जैसे अन्य क्षेत्रों को भी शामिल किया जाएगा।
इस पत्रिका को दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीश सिसोदिया और आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद करतार सिंह तंवर ने लॉन्च किया।