उत्तराखंड में पर्यटन, सिंचाई व पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त करेगी सरकार
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ली जिलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सभी जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में पर्यटन, सिंचाई, पेयजल और लोक निर्माण विभाग के कार्यों की ज़िला वार समीक्षा की।
बैठक में राज्य में सड़क दुर्घटनाओं के मुद्दे को गम्भीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि बारिश के मौसम को ध्यान में रखते हुए चिन्हित सड़क दुर्घटना संभावित क्षेत्रों (ब्लैक स्पाॅटस) के मरम्मत व क्र्रश बैरियर लगाने के कार्य प्राथमिकता के साथ जल्द से जल्द पूरे किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने दुर्घटना संभावित क्षेत्रों(ब्लैक स्पाॅटस) के मरम्मत व क्रेश बैरियर लगाने आदि के लिए राज्य बजट से समुचित धनराशि आरक्षित करने की बात कही है। इसके साथ ही पुलो के निर्माण के लिए चार हज़ार करोड़ की ईएपी बनाने की बात भी कही है।
इसके साथ बैठक में देहरादून में मन्नूगंज के नाले को अव्यवस्थित रूप से कवर करने को लेकर सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर नाराज़गी जताते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि नालों के मेंटेनेन्स के लिए मास्टर प्लान के तहत अनुभवी संस्थाओं व विशेषज्ञों की मदद ली जाए।
मुख्यमंत्री ने सिंचाई विभाग को ड्रेनेज सिस्टम के निर्माण, रख-रखाव व अनुश्रवण कार्याें के लिए मुख्य कार्यकारी संस्था बनाए जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री की सिंचाई विभाग से सम्बन्धित कुल 76 घोषणाओं में से 30 पूरी कर ली गई है। 18 घोषणाओं की डीपीआर तैयार हो गई है।