हार के बावजूद मोरक्को के कोच ने टीम के प्रदर्शन को सराहा
मॉस्को, 21 जून (आईएएनएस)| मोरक्को के कोच हर्वे रेनार्ड ने फीफा विश्व कप के ग्रुप-बी के एक मैच में पुर्तगाल के हाथों मिली 0-1 की हार के बावजूद अपने खिलाड़ियों की जमकर प्रशंसा की है। इस हार के बाद मोरक्को की टीम विश्व कप से लगभग बाहर हो चुकी है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यूरोपियन चैंपियन पुर्तगाल ने क्रिस्टियानो रोनाल्डो के हेडर से किए गए गोल की बदौलत मुकाबला जीता। लेकिन मोरक्को की टीम ने भी उसे कड़ी चुनौती दी और अधिकतर समय तक गेंद पर अपना नियंत्रण बनाए रखा। मोरक्को ने पुर्तगाल के 10 शोट की तुलना में 16 शाट लगाए।
रेनार्ड ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, मैं निराश नहीं हूं। इस प्रदर्शन से मैं बहुत खुश हूं। मुझे टीम पर गर्व है। ये सब शब्द सुनने में अटपटा लग सकता है लेकिन यही टीम की भावना है।
मोरक्को को अपने पहले मैच में ईरान से भी 0-1 से हार का सामना करना पड़ा था जब उसके खिलाड़ी अजीज बौहादुज आत्मघाती गोल मार बैठे थे। बुधवार को ईरान पर स्पेन की जीत के बाद अब मोरक्को टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी है। हालांकि सोमवार को स्पेन के साथ उसे ग्रप चरण में अपना आखिरी मुकाबला खेलना है।
रेनार्ड ने कहा कि रोनाल्डो के गोल को खारिज किया जाना चाहिए था क्योंकि उससे पहले पुर्तगाल के डिफेंडर पेपे का फाउल हुआ था।
उन्होंने कहा, आप कॉर्नर को देखें जब रोनाल्डो ने गोल किया और तीन नंबर की जर्सी पहले पेपे को देखें कि उन्होंने क्या किया। आप अपना विश्वलेषण करते हैं और सच्चाई लिखते हैं। यदि मैं रेफरी की आलोचना करता तो मुझ पर प्रतिबंध लगता। इसलिए मुझे अपनी टीम पर गर्व है।
रेनार्ड ने ईरान और पुर्तगाल के खिलाफ दोनों मैचों में गोल करने में टीम के असमर्थता पर अफसोस जाहिर किया।
कोच ने कहा, जब आपके पास गोलस्कोर होता है तो यह बहुत आसान होता है। लेकिन हमारे पास उच्च गुणवत्ता वाले खिलाड़ी हैं। हमें और अधिक प्रभावी होना चाहिए था। जैसे कि पहले गेम में हमारे पास गोल करने के कई सारे अवसर थे। फुटबॉल में यही होता है। जो लोग जानते हैं कि पेनाल्टी पर कैसे खेलना है।
उन्होंने कहा, हमने उन शोटों को गोल में नहीं बदला जिसे हम बदल सकते थे। लेकिन इस स्टेडियम में खेलने से ऐसा लग रहा था कि हम कासाब्लांका में खेल रहे थे।