बल्ब निर्माण व पिरूल से बिजली उत्पादन में माहिर बनाए जाएंगे महिला स्वयं सहायता समूह
उत्तराखंड के महिलाओं के दिया जाएगा रोजगारपरक तकनीकी प्रशिक्षण
उत्तराखंड में ग्रामीण क्षेत्रों में काम कर रहे महिला स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) को अार्थिक रूप से मजबूत बनाने और उन्हें तकनीकी रोजगार से जोड़ने के लिए प्रदेश सरकार महिला एसएचजी में बल्ब बनाने व पिरूल से बिजली उत्पादन का प्रशिक्षण देगी।
मुख्यमंत्री उत्तराखंड, त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, ” नारायणबगड़ में शीघ्र ही डिग्री काॅलेज खोला जाएगा। महामृत्युजंय महादेव मंदिर के लिए पांच लाख रुपए प्रदान किए जाएंगे, जिन क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या है उन क्षेत्रों में एरोस्पेस बैलून प्रणाली से नेटवर्क सुविधा मुहैया कराई जाएगी और इसकी शुरूवात पिंडर घाटी क्षेत्र से ही की जाएगी।” उन्होंने ने आगे कहा कि सरकार जीरो टाॅलरेन्स की नीति पर काम कर रही है। जल्द ही महिला समूहों को बल्ब बनाने का प्रशिक्षण, पिरूल से बिजली उत्पादन और स्वरोजगार के लिए युवाओं और महिलाओं को प्रेरित किया जाएगा।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने परखाल महामृत्युजंय महादेव की चरण स्थली में ग्रामों द्वारा आयोजित त्रिपुराण कथा तथा ज्ञान यज्ञ में शामिल हुए थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ उच्च शिक्षा एवं सहकारिता मंत्री डॉ.धनसिंह रावत व नवनिर्वाचित विधायिका मुन्नी देवी शाह भी मौजूद थी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने क्षेत्र की खराब सड़कों को शीघ्र दुरूस्त करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। उन्होंने थराली उप चुनाव में मुन्नी देवी शाह को जीत दिलाने एवं सरकार को मजबूती प्रदान करने के लिए क्षेत्र की जनता का आभार प्रकट किया है।