Main Slideउत्तराखंडप्रदेश

पशुु व कृषि जनगणना को बेहतर बनाएगी उत्तराखंड सरकार

उद्योग, चिकित्सा, वन, कृषि, पशुपालन, उद्यान, शिक्षा, ग्राम विकास, राजस्व व नियोजन विभाग बनाएंगे सांख्यिकी रिपोर्ट

उत्तराखंड में पशुुओं की जनगणना और पशु उत्पादों के संबंध में होने वाले नमूना सर्वे को बेहतर बनाने के लिए नए तरीकों का प्रयोग किया जाएगा। पशुपालन के साथ साथ चिकित्सा, कृषि, पशुपालन, उद्यान, शिक्षा, ग्राम विकास, राजस्व  और नियोजन विभागों को आधुनिक तरीके से अपनी सांख्यिकी रिपोर्ट तैयार करनी होगी।

राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग, भारत सरकार के अध्यक्ष डॉ.राधामोहन वर्मन ने मंगलवार को मुख्य सचिव सभागार, सचिवालय में आयोग की 101वीं बैठक में राज्य सरकार के प्रमुख विभागों में संचालित सांख्यिकी कार्यों की समीक्षा की।

पशुपालन विभाग के अंतर्गत बैठक में रंगराजन आयोग की सिफारिशों के क्रियान्वन की स्थिति की समीक्षा की गई। पशुओं की जनगणना, पशु और कृषि जनगणना के एकीकरण, पशु उत्पादों के संबंध में नमूना सर्वे पर चर्चा की गई। सभी विभागों में सांख्यिकी गणना के लिए नए तरीकों और बेस्ट प्रैक्टिसेज अपनाने पर ज़ोर दिया गया।

बैठक में प्रमुख विभागों द्वारा सांख्यिकी के सुदृढ़ीकरण के लिए किए गए प्रयासों, डाटा एकत्रीकरण और मान्यता प्रक्रिया की स्थिति की जानकारी दी गई।

उद्योग, चिकित्सा, वन, कृषि, पशुपालन, उद्यान, शिक्षा, ग्राम विकास, राजस्व एवं नियोजन विभाग के अधिकारियों द्वारा संबंधित विभागों में डाटा सेट की उपलब्धता और डाटा क्वालिटी को सुनिश्चित करने के लिए किए गए प्रयासों के साथ ही सांख्यिकी रिपोर्ट के प्रकाशन और प्रसार की स्थिति पर भी चर्चा की गई।

बैठक में राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के सभी सदस्य, सचिव सांख्यिकी व कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय, भारत सरकार, मुख्य सचिव उत्तराखण्ड सहित उद्योग, चिकित्सा, कृषि, पशुपालन, उद्यान, शिक्षा, ग्राम विकास, राजस्व एवं नियोजन विभाग के प्रमुख सचिव और विभागों के अध्यक्ष शामिल हुए।

Tags
Show More

Related Articles

Back to top button
Close
Close