केजरीवाल का धरना चौथे दिन भी जारी
नई दिल्ली, 14 जून (आईएएनएस)| दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी कैबिनेट के तीन मंत्रियों का उपराज्यपाल अनिल बैजल के कार्यालय में धरना गुरुवार को चौथे दिन भी जारी है। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की भूख हड़ताल का आज दूसरा है जबकि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की भूख हड़ताल का एक दिन पूरा हो गया है।
वहीं, गुरुवार सुबह दोनों मंत्रियों की स्वास्थ्य जांच हुई। दोनों का स्वास्थ्य सामान्य है।
केजरीवाल, सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और गोपाल राय उपराज्यपाल अनिल बैजल के आधिकारिक निवास व कार्यालय राज निवास में सोमवार शाम से धरना दे रहे हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह और उनके सहयोगी बैजल के कार्यालय से तब तक नहीं हटेंगे, जब तक उनकी मांगें नहीं पूरी की जाती।
इन मांगों में दिल्ली प्रशासन में काम कर रहे आईएएस अधिकारियों को उनकी हड़ताल खत्म करने का निर्देश देने और गरीबों को उनके दरवाजे पर जाकर राशन वितरित करने के सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी देने व उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग शामिल है, जो चार महीनों से सरकार के काम में अड़ंगा लगा रहे हैं।
चारों आप नेता लगातार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), उपराज्यपाल और केंद्र सरकार पर ट्वीट के जरिए जुबानी हमले कर रहे हैं।
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि उपराज्यपाल के निजी सुरक्षाकर्मियों ने उनके भाई को उनसे मिलने नहीं दिया जो उन्हें पुणे से मिलने के लिए आए थे।
केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, हर सही सोचने वाला शख्स एक ही सवाल पूछ रहा है कि आखिर केंद्र आईएएस अधिकारियों की हड़ताल क्यों हवा दे रहा है? केंद्र सरकार गरीबों के घरों तक राशन पहुंचाने को मंजूरी क्यों नहीं दे रही? ये दिल्लीवासियों के लिए साधारण और गैर-विवादास्पद मांगें हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने महसूस किया कि उनकी मांग को स्वीकृति न देने का इरादा अच्छा नहीं है।
केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, सुप्रभात, दिल्ली के लोग क्या मांग रहे हैं यहीं न कि राशन घर-घर पहुंचे और आईएएस अधिकारी अपनी हड़ताल खत्म कर दें। दुनिया में कौन इसे गलत बताएगा? क्यों कुछ नहीं किया जा रहा है। आज चौथा दिन है, मुझे नहीं लगता कि उनका इरादा सही है।
मंत्री एलजी कार्यालय की सभी सरकारी फाइलों को मंजूरी दे रहे हैं।
मंत्रियों को केजरीवाल के निवास से भोजन की आपूर्ति की जा रही है।
केजरीवाल के धरने के खिलाफ भाजपा ने भी बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में पानी और बिजली की कटौती के मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।