राहुल ने दलित वैज्ञानिक-किसान के प्रति देश के उपेक्षापूर्ण रवैये पर माफी मांगी
मुंबई, 13 जून (आईएएनएस)| कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को महाराष्ट्र के चंद्रपुर में दिवंगत दलित वैज्ञानिक-किसान दादाजी खोब्रागड़े के परिजनों से मुलाकात की और उनकी उपलब्धियों के प्रति देश के उपेक्षापूर्ण रवैए पर माफी मांगी।
राहुल ने खोब्रागड़े के घर में उनकी तस्वीर पर माला चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की, जहां दीवारों पर कृषि के लिए उनके जीवनर्पयत योगदान से संबंधित कई सर्टिफिकेट, मेडल और सम्मान टंगे हुए थे।
राहुल ने बाद में ट्वीट किया, दलित वैज्ञानिक-किसान दादाजी खोब्रागड़े ने धान की क्रांतिकारी एचएमटी प्रजाति विकसित की थी। लेकिन गरीबी और गुमनामी में वह दुनिया से चले गए। मैंने महाराष्ट्र के नांदेड़ स्थित उनके घर का दौरा किया और उनके परिवार से मिलकर अपनी संवेदना प्रकट की।
कांग्रेस अध्यक्ष के साथ खोब्रागड़े के घर वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण और अशोक गहलोत गए थे, जहां उन्होंने खोब्रागड़े की पत्नी और बच्चों से बातचीत की।
पक्षाघात स्ट्रोक से पीड़ित खोब्रागड़े के पास समुचित इलाज कराने के लिए संसाधनों का आभाव था, हालांकि बाद में मुख्यमंत्री कार्यालय ने उन्हें मदद मुहैया कराई थी।
खोब्रागड़े का निधन उनके नांदेड़ स्थित पैतृक गांव में तीन जून को हो गया था। उन्होंने धान की उच्च पैदावार वाली प्रजाति विकसित की, जिसे एचएमटी कहा गया।
धान की एचएमटी प्रजाति से पूरे विदर्भ क्षेत्र में कृषि में क्रांतिकारी बदलाव आया, लेकिन उन्हें इसके लिए कभी भी पहचान या वित्तीय सहायता नहीं मिली।
2010 में, फोर्ब्स ने उन्हें वैश्विक स्तर पर शीर्ष सात ग्रामीण उद्यमियों में शामिल किया और तत्कालीन मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख ने उन्हें पदक प्रदान किया था।