माणिक सरकार की सुरक्षा बढ़ाई गई
अगरतला, 12 जून (आईएएनएस)| त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। पुलिस ने मंगलवार को कहा कि सुरक्षा में इजाफा इसलिए किया गया है क्योंकि भाजपा कार्यकर्ता सोमवार से धलाई जिले के जनजातीय बहुल इलाकों में उनके दौरे के दौरान लगातार बाधा पहुंचा रहे हैं।
त्रिपुरा में विपक्ष के नेता माणिक सरकार, विधानसभा में मुख्य व्हिप व मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) सरकार में पूर्व मंत्री तपन चक्रवर्ती और पार्टी विधायक प्रवत चौधरी के साथ सोमवार को धलाई जिले के जनजातीय बहुल इलाके में खाने के संकट, ग्रामीण नौकरियों और अन्य अभावों को देखने के लिए सोमवार को पहुंचे थे।
धलाई जिला पुलिस प्रमुख सुदिप्ता दास ने आईएएनएस को बताया, हमने गंडाचारा व उसके आसपास के इलाकों के दौरे पर आए सरकार और अन्य नेताओं के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया है। सोमवार की तरह मंगलवार को भी कुछ लोगों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की है।
सरकार के साथ गए माकपा के एक नेता ने कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा और इंडीजीनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को जनजातीय बहुल इलाकों का दौरे करने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी रखा।
माकपा ने सोमवार रात को यहां एक बयान में कहा, विधानसभा में माकपा के मुख्य व्हिप ने सोमवार को मुद्दे पर मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब के साथ फोन पर बात की थी और उसके बाद कल (सोमवार को) भाजपा और आईपीएफटी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन बंद कर दिया था।
बयान में कहा गया, भाजपा-आईपीएफटी कार्यकर्ता अलोकतांत्रिक रूप से विपक्ष के नेता और माकपा के अन्य विधायकों को जनजातीय बहुल क्षेत्रों में भोजन और अन्य मूलभूत सुविधाओं के बड़े संकट को उजागर करने से रोकने के लिए किए जा रहे दौरे का विरोध कर रहे हैं।
माकपा ने बयान में कहा, धलाई जिले में भुखमरी से संबंधित बीमारियों के कारण पहले ही दो जनजातीय लोगों की मौत हो चुकी है। सैकड़ों लोग बचने के लिए पड़ोसी देश बांग्लादेश जा रहे हैं। मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) के तहत ग्रामीण नौकरियां लगभग बंद कर दी गई हैं। भाजपा सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।
भाजपा प्रवक्ता मृणाल कांति देब ने मीडिया से बातचीत के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा सरकार के दौरे में बाधा पहुंचाने की बात से इनकार किया।