उपराज्यपाल कार्यालय में केजरीवाल का धरना दूसरे दिन भी जारी
नई दिल्ली, 12 जून (आईएएनएस)| दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और तीन कैबिनेट मंत्रियों ने अपनी मांगों के समर्थन में उपराज्यपाल अनिल बैजल के कार्यालय के प्रतीक्षा कक्ष में पूरी रात बिताई और वे लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी धरने पर बैठे हुए हैं।
इस बीच मंत्री सत्येंद्र जैन ने अनिश्चित कालीन अनशन शुरू कर दिया है। केजरीवाल के साथ मौजूद उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और उनके कैबिनेट सहयोगी सत्येंद्र जैन और गोपाल राय को बाहर से खाना भेजा गया। इसके बाद जैन ने भूख हड़ताल का फैसला किया।
चारों नेता अपनी मांगों के साथ सोमवार शाम 5.30 बजे उपराज्यपाल के कार्यालय पहुंचे थे, जिसमें भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को अपनी हड़ताल खत्म करने और चार महीनों से काम न करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश देने की मांग शामिल है।
मुख्यमंत्री गरीबों को उनके घरों तक राशन पहुंचाने के लिए सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी देने की भी मांग कर रहे हैं।
उन्होंने मांग पूरी होने तक बैजल के कार्यालय में ही रहने का फैसला किया है।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार सुबह ट्वीट किया कि उनका संघर्ष जारी है।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, मेरे प्यारे दिल्लीवासियों सुप्रभात..संघर्ष जारी है।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में उपराज्यपाल पर ‘आईएएस हड़ताल’ का बचाव करने का आरोप लगाया कि अधिकारी काम कर रहे हैं और हड़ताल पर नहीं हैं।
केजरीवाल ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें वह दिल्ली के लोगों से कह रहे हैं कि यह विरोध प्रदर्शन आपके लिए है..दिल्ली के लोगों के लिए है, ताकि आपको सड़क, स्कूल, अस्पताल, मोहल्ला क्लीनिक्स, पानी और बिजली मिल सके।
एक वीडियो में उन्होंने कहा, आईएएस अधिकारी केवल महत्वपूर्ण फाइलों पर काम कर रहे हैं, लेकिन वे मंत्रियों के फोन और मैसेज का जवाब नहीं दे रहे हैं और न ही बैठक में शामिल हो रहे हैं।
उन्होंने कहा, दिल्ली के लोग परेशानी में हैं, सरकार की दिल्ली के लिए योजना परेशानी में है।
वीडियो में केजरीवाल ने यह भी कहा कि बैजल ने दिल्ली के निवासियों के लिए घर-घर जाकर राशन वितरण को मंजूरी देने से इनकार कर दिया है।
केजरीवाल ने कहा, उन्होंने हमसे इसके लिए केंद्र सरकार से अनुमति लेने की बात कही। हम सभी को पता है कि इसका क्या मतलब है। फाइल अगर जाती है तो वह वहां पांच सालों तक पड़ी रहेगी।
वहीं, जैन ने एक अन्य वीडियो में कहा कि 18 घंटों तक धरना देने के बाद भी उपराज्यपाल उनकी कोई मांग मानने को तैयार नहीं हैं।
उन्होंने कहा, मैं उपराज्यपाल के इस बर्ताव से बहुत दुखी हूं और इसलिए मैं भूख हड़ताल शुरू कर रहा हूं।
राज निवास की तरफ से सोमवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि केजरीवाल को सूचित कर दिया गया है कि घर-घर राशन पहुंचाने की योजना वाली फाइल नागरिक आपूर्ति मंत्री के कार्यालय में लगभग तीन महीने से पड़ी हुई है।
बयान में कहा गया है, इसलिए यह उचित होगा कि मामले को गति देने के लिए इस प्रस्ताव पर भारत सरकार से यथासंभव जल्द से जल्द बात की जाए, जैसा कि कानून विभाग ने कहा है, क्योंकि इस तरह की किसी योजना को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 के तहत केंद्र सरकार की मंजूरी आवश्यक है।
केजरीवाल और मंत्रियों ने अपनी मांगे पूरी होने तक राज निवास में बैठे रहने की चेतावनी दी है। वे ट्वीट के जरिए लगातार ताजा जानकारी से अवगत करा रहे हैं। सभी ने सोमवार रात राज निवास के प्रतीक्षा कक्ष में रात बिताई।
आप के कई नेताओं ने केजरीवाल के प्रति समर्थन जताने के लिए उपराज्यपाल कार्यालय के बाहर सड़क पर धरना दिया।
बैजल के कार्यालय के बाहर सोमवार शाम सुरक्षा बढ़ा दी गई। सीआरपीएफ और पुलिस के जवानों को उपराज्यपाल कार्यालय के दो किलोमीटर के दायरे में तैनात किया गया है।