भारत ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय को सौर ऊर्जा की पेशकश की
संयुक्त राष्ट्र, 6 जून (आईएएनएस)| भारत ने अक्षय ऊर्जा की मदद से जलवायु परिवर्तन के खतरे से निपटने के संयुक्त राष्ट्र के रुख को मजबूती देने के लिए इसके मुख्यालय को सौर ऊर्जा के जरिए बिजली प्रदान करने की पेशकश की है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने मंगलवार को भारत द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस की सह मेजबानी के अवसर पर कहा, भारत को यह सूचित करने में प्रसन्नता हो रही है कि वह संयुक्त राष्ट्र परिसर में नवीकरणीय सौर ऊर्जा का उपयोग करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सचिवालय के साथ साझेदारी का इरादा रखता है।
उन्होंने कहा, हमें आशा है कि अगले विश्व पर्यावरण दिवस पर सौर ऊर्जा इस इमारत में प्रयोग होने वाली ऊर्जा का एक हिस्सा होगी।
वैश्विक सौर ऊर्जा के प्रोमोटर भारत ने फ्रांस के साथ अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन शुरू किया है जिसमें कर्क और मकर रेखा के बीच आने वाले देशों को मिलने वाली पर्याप्त सौर ऊर्जा का प्रयोग किया जा सके। इसकी शुरुआत के लिए दोनों देशों ने 2.7 करोड़ डॉलर का योगदान भी दिया है।
अकबरुद्दीन ने कहा, भारत में पारंपरिक इलेक्ट्रिक लैंप को बदलने के लिए उजाला कार्यक्रम के तहत 30 करोड़ एलईडी बल्ब का वितरण किया गया है जिसके परिणामस्वरूप चार गीगावॉट बिजली और दो अरब डॉलर की बचत हुई है।
इस विश्व पर्यावरण दिवस की थीम ‘प्लास्टिक प्रदूषण को हराएं’ थी। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटरेस ने बैठक में अपने वीडियो संदेश में कहा कि ‘जिसे आप फिर से इस्तेमाल नहीं कर सकते, उसे अस्वीकार करें’ यह वॉचवर्ड होना चाहिए।
उन्होंने प्लास्टिक की बोतलों, स्ट्रॉ और थैलों जैसे एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक उत्पादों के प्रयोग को समाप्त करने का आह्वान किया।