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उत्तराखंड में पॉलीथीन संग पकड़े गए, तो जाएंगे जेल

प्लास्टिक के प्रयोग पर बैन, 31 जुलाई से टास्क फोर्स रखेगी लोगों पर नज़र

उत्तराखंड में घूमने आइए तो पॉलीथीन का प्रयोग बिलकुल भी न करिए, नहीं तो आपको भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यह आदेश दिया है कि 31 जुलाई से पॉलीथिन और प्लास्टिक के लिए रखे गए नियम-कानूनों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।

पॉलीथीन फ्री उत्तराखंड के उद्देश्य लेकर प्रदेश सरकार ने प्रदेश, जिला व ब्लॉक स्तर टास्क फोर्स का गठन किया है। यह टास्क फोर्स लोगों में पॉलीथीन का प्रयोग न करने की जागरूकता फैलने व पॉलीथीन के प्रयोग को रोकने पर निगरानी भी करेगी।

छुट्टा जानवरों की मौत की सबसे बड़ी वजह पॉलीथीन बनती जा रही है।

इससे पहले मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार को पड़ने वाले विश्व पर्यावरण दिवस पर उत्तराखंड की जनता से पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय योगदान देने का आह्वान किया है। विश्व पर्यावरण दिवस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पॉलिथीन मुक्त उत्तराखंड के लिए संकल्पबद्ध है, लेकिन यह आम जनता के सहयोग से ही यह सम्भव है। विश्व पर्यावरण दिवस 2018 की थीम ‘बीट प्लास्टिक पोल्युशन’है ।

नेचर साइंस इनिशिएटिव नाम की संस्था के सर्वे में यह पाया गया है कि भारत में छुट्टा जानवरों की मौत की सबसे बड़ी वजह पॉलीथीन बनती जा रही है। हाल ही में एक गाय के पेट से तो 110 किलो पॉलीथीन भी निकला था। पॉलीथीन के खतरे से निपटने के लिए मुख्यमंत्री रावत ने राज्य में प्लास्टिक की थैलियों पर रोक को 31 जुलाई से सख़्ती से लागू करने को कहा है।

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