परिवहन निगम को घाटे से उबारने के लिए उत्तराखंड सरकार ने लिया बड़ा फैसला
संविदा कर्मियों को भी ड्यूटी के दौरान दुर्घटनाग्रस्त होने पर मिलेगा दो लाख रुपए
उत्तराखंड परिवहन निगम को घाटे से उबारने के लिए उत्तराखंड सरकार ने अहम फैसला लिया है। निगम को हो रहे घाटे के कारण को जानने के लिए सरकार ने एक उच्च स्तरीय संस्था से इसकी जांच कराने जा रही है।
उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने उत्तराखंड परिवहन निगम को घाटे से उबारने के लिए कारगर उपाय करने के निर्देश दिए है। उत्तराखंड परिवहन निगम को घाटे से उबारने पर मुख्य सचिव ने कहा कि किसी उच्च स्तरीय संस्था से घाटे के कारणों की स्टडी कराई जाए। दूसरे राज्यों के निगमों को भी देख लिया जाए। निर्देश दिए कि सरकारी देयकों का भुगतान किश्तवार किया जाए।
मुख्य सचिव ने परिवहन निगम निदेशक मंडल की बैठक में कहा कि इस समय निगम में 1410 बसें हैं। इसमें 77 वातानुकूलित बसें, 41 सेमि डिलक्स बसें, 46 वॉल्वो बसें और 1,246 साधारण बसें शामिल हैं।
बैठक में यह तय किया गया कि संविदा कर्मियों को भी ड्यूटी के दौरान दुर्घटनाग्रस्त होने पर दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। गंभीर रूप से घायल होने पर 50 हज़ार रुपए की मदद की जाएगी। बैठक में प्रबंध निदेशक परिवहन निगम बृजेश संत सहित भी उपस्थित थे।