भारतीय समाज का पर्यावरण के साथ नजदीकी रिश्ता : राजेंद्र सिंह
नई दिल्ली, 3 जून (आईएएनएस)| जल पुरुष राजेंद्र सिंह ने विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि भारतीय समाज का पर्यावरण के साथ नजदीक का रिश्ता रहा है।
यह हमारी प्रकृति में शामिल है कि हम अपने पानी को कैसे साफ रखें, हवा शुद्ध कैसे रखें लेकिन आज पश्चिम के अंधानुकरण ने पूरे सिस्टम को खराब कर दिया है। कार्यक्रम में विश्व के सर्जक पांच तत्वों जल, हवा, पानी, पृथ्वी व आकाश को बचाए रखने की अपने स्तर पर कोशिश करने की बात कही गई। साथ ही पर्यावरण साफ-सुथरा रखने के लिए पांच जून विश्व पर्यावरण दिवस पर अपनी सुविधा व सहूलियत के हिसाब से पांच कदम उठाने को कहा गया।
राजेंद्र सिंह ने कहा कि उन्हें समस्या दोहन से नहीं है। मां का, गाय का दोहन तो हम सबने पैदा करते ही शुरू कर दिया था। असली समस्या शोषण से है। आज हम मां का भी शोषण कर रहे हैं और जल, जंगल जमीन का भी। इससे बचने के लिए हमें किसी की नकल करने की जरूरत नहीं है। भारतीय ज्ञान अपने आप में पर्याप्त है, जरूरत हमें संवेदनशील होने की है।
योगेंद्र यादव ने खेती किसानी बचाए रखने के लिए पर्यावरण को शुद्ध रखने की बात की। इस मौके पर उन्होंने बताया कि हमारे फसलों के बदलते पैटर्न ने भी समस्या पैदा हुई है।
जोधपुर से बिश्नोई समाज के पर्यावरणविद खम्मू रामजी ने कहा, वे 2005 से लगातार प्लास्टिक कचरे को लेकर जागरूकता फैला रहे हैं। शुरुआत में उन्होंने जब प्लास्टिक कचरा उठाना शुरू किया और लोगों से प्लास्टिक के इस्तेमाल को त्यागने का आग्रह किया तब उन्हें पागल कहा गया था। बाद में पेरिस में एक मेट्रो स्टेशन पर उनके किए गए कार्यो की एक वर्ष तक प्रदर्शनी लगी। धीरे-धीरे लोग उनकी सुनने लगे। उन्होंने कहा कि वे खुद ही प्लास्टिक बीन कर उसे ठिकाने लगाते हैं।
एडवोकेट व पर्यावरणविद एमसी मेहता ने कहा कि वह 1985 से गंगा की सफाई को लेकर कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं लेकिन अभी तक गंगा का एक हिस्सा भी साफ नहीं हुआ है। प्राधिकरणों को सफाई संबंधी कार्यो का बिल्कुल भी डर नहीं है। दिल्ली में यमुना भी लगभग मृतप्राय हैं। ताजमहल का रंग भी रात में जलने वाली लाइट के चलते कीड़ों की वजह से खराब होता जा रहा है।
यमुना बायोडायवर्सिटी पार्क के निदेशक फैयाद खुर्दसर ने कहा कि नदियों का प्रवाह नहीं टूटना चाहिए। इससे नदियां खत्म हो जाती हैं। खासतौर से हर नदी के लिए वेटलैंड जरूरी है। हमने वेटलैंड समाप्त कर दिए इस वजह से नदी में कहीं भी पानी नहीं बचा प्रवाह तो दूर ही है।
जल-नभ-वायु व पृथ्वी और आकाश समेत पंचतत्वों के संरक्षण को लेकर जलपुरुष राजेंद्र सिंह, पर्यावरणविद और अधिवक्ता एमसी मेहता व प्लास्टिक प्रदूषण के विरुद्ध जागरूकता को लेकर जोधपुर के खम्मू जी बिश्नोई, परमार्थ के संयोजक संजय सिंह व स्वराज पार्टी के मुखिया योगेंद्र यादव ने दिल्ली के लोगों को शपथ दिलाई।