मोदी ने इंडोनेशिया में भारतीय प्रवासियों को बताईं उपलब्धियां
जकार्ता, 30 मई (आईएएनएस)| इंडोनेशिया की यात्रा पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को यहां भारतीय प्रवासियों को संबोधित किया और बीते कुछ वर्षो में प्राप्त भारत की उपलब्धियों के बारे में बताया।
उन्होंने दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों की सराहना की। प्रधानमंत्री ने ‘भारतीय प्रवासियों के इंडोनेशिया के गौरवमयी नागरिक रहते हुए भी भारतीय जड़ों से जुड़े रहने की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें हाल के वर्षो में भारत की प्रगति पर गर्व करना चाहिए।’
उन्होंने कहा कि भारत ने बीते चार वर्षो में वैश्विक अर्थव्यवस्था में सकारात्मक रूप से योगदान दिया है और दुनिया की सबसे खुली अर्थव्यवस्था में से एक बनकर उभरा है।
मोदी ने कहा, एफडीआई कांफिडेंस इनडेक्स में भारत शीर्ष रूप से उभरते हुए दो देशों में शामिल है..आज भारत में रिकार्ड स्तर पर विदेशी निवेश आ रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, भारत का फॉरेन रिजर्व अब 300 अरब डॉलर से बढ़कर 400 अरब डॉलर का आंकड़ा पार कर चुका है। विश्व आर्थिक फॉरम के वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मक सूचकांक में भारत की रैंकिंग 71 से बेहतर होकर 40 हुई है। भारत में व्यापार करने के लिए बेहतर माहौल संबंधी (इज ऑफ डूइंग बिजनेस) आंकड़े भी 140 से अब 100 पर पहुंच गए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने लॉजिस्टिक्स परफॉरमेंस इंडेक्स में 19 स्थानों और वैश्विक नवाचार सूचकांक में 21 स्थानों की छलांग लगाई है।
उन्होंने कहा, 14 वर्षो में ऐसा पहली बार है कि मूडीज ने भारत की क्रेडिट रैंकिंग बढ़ाई है।
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार पिछली सरकारों के मुकाबले तेजी से काम कर रही है और इसकी सर्वोच्च प्राथमिकता देश को ‘भ्रष्टाचार-मुक्त, नागरिक-केंद्रित और विकास के अनुकूल पारिस्थितिकीय तंत्र’ देना है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और इंडोनेशिया एक ऐतिहासिक संबंध साझा करते हैं और भारत की ही तरह इंडोनेशिया में लोकतंत्र की बुनियाद मजबूत है।
मोदी ने कहा, भारत और इंडोनेशिया सामाजिक व सांस्कृतिक विविधता और सौहार्द के प्रतीक हैं। दोनों देशों की संस्कृति के बीच एक विशेष संबंध है।
उन्होंने कहा, दोनों देशों को अपने लोकतांत्रिक चरित्र और विविधता पर नाज है। 2014 में, भारत के लोगों ने ऐसे व्यक्ति को सरकार बनाने के लिए वोट दिया जो गरीब परिवार से ताल्लुक रखता है। उसी तरह, इंडोनेशिया के लोगों ने जोको वीडोडो को चुना, जिनकी पृष्ठभूमि भी साधारण परिवार की है।
मोदी ने भारतीय प्रवासियों से भारत का राजदूत बनने का आग्रह करते हुए कहा कि उन्हें अपनी बातचीत में इस बात का जिक्र करते रहना चाहिए कि भारत और इंडोनेशिया एक-दूसरे के निकटस्थ पड़ोसी हैं।
उन्होंने कहा, पूरे विश्व में, भारतीय दवा और आयुर्वेद को लोकप्रियता मिल रही है और लोगों का सर्वागीण स्वास्थ्य सेवा के प्रति रूझान बढ़ा है। आपके लिए भी, भारत के पारंपरिक स्वास्थ्य सेवा के राजदूत बनने का अवसर है।
मोदी ने कहा कि जब से दोनों देश स्वतंत्र हुए हैं, दोनों देश एक-दूसरे को वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर समर्थन कर रहे हैं और गत चार वर्षो में दोनों देशों के संबंध आर्थिक, सांस्कृतिक, रणनीतिक और राजनीतिक स्तर पर बढ़े हैं।
जनवरी में इंडोनेशिया समेत आसियान देशों के दस सदस्यों ने गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लिया था। मोदी ने कहा कि यह संयोग नहीं था कि 1950 में भारत के पहले गणतंत्र दिवस समारोह में भी इंडोनेशिया के राष्ट्रपति मुख्य अतिथि थे।
उन्होंने कहा कि लोगों के लोगों से जोशपूर्ण संबंधों से भारत और इंडोनेशिया के बीच द्विपक्षीय संबंधों को तेजी मिलेगी।
मोदी ने कहा, हम सभी को यहां भारतीय प्रवासियों द्वारा अपनी पहचान बनाने और यहां के विकास में योगदान देने पर गर्व है। आप सभी इंडोनेशिया के गौरवमयी नागरिक हैं और साथ ही आप भारतीय जड़ों से भी जुड़े रहना चाहते हैं।
मोदी अपनी पांच दिवसीय विदेश यात्रा के पहले चरण में जकार्ता आए हैं। इसके बाद वह मलेशिया और सिंगापुर की यात्रा करेंगे। प्रधानमंत्री के तौर पर यह उनका पहला इंडोनेशिया दौरा है।