त्रिपुरा : जनजातीय छात्रा की आत्महत्या की जांच सीआईडी को
अगरतला, 29 मई (आईएएनएस)| त्रिपुरा सरकार ने एक निजी स्कूल की 17 साल की जनजातीय छात्रा की कथित आत्महत्या की सीआईडी जांच के आदेश दिए हैं। उप मुख्यमंत्री जिष्णु देबबर्मा ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
कक्षा 12वीं की छात्रा ने चोरी के आरोप में अपने स्कूल के अधिकारियों व शापिंग मॉल के कर्मचारियों द्वारा कथित तौर पर अपमानित किए जाने के बाद आत्महत्या का कदम उठाया। स्कूल के अधिकारियों ने उसे दंडस्वरूप निष्कासित कर दिया था।
देबबर्मा ने यहां मीडिया से कहा, हमने सीआईडी (आपराधिक जांच विभाग) से लाहरी देबबर्मा की आत्महत्या के मामले की जांच करने को कहा है। हमने सीआईडी से दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए उचित कानूनी कदम लेने का निर्देश दिया।
उप मुख्यमंत्री के साथ राजस्व मंत्री नरेंद्र चंद्र देबबर्मा और शिक्षा मंत्री रतनलाल नाथ सिधाई में छात्रा के घर गए और पांच लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की।
लाहरी 24 मई को एक उपहार खरीदने के लिए शॉपिंग मॉल गई, लेकिन उस पर कुछ सामान चुराने के झूठे आरोप लगाकर उसे परेशान किया गया। उसकी मां दीपाली देबबर्मा ने चोरी की बात से दृढ़ता से इनकार किया है।
पुलिस ने कहा कि लड़की ने शुक्रवार को अपने घर पर आत्महत्या कर ली। इसके बाद उसकी मां ने स्कूल के अधिकारियों व मॉल के कर्मचारियों पर प्राथमिकी दर्ज कराई।
शॉपिंग माल के मैनेजर समीरन नाग ने मीडिया से बात करने से इनकार किया। मॉल के अधिकारी किसी तरह का सीसीटीवी फुटेज उसकी गलती को साबित करने के लिए पेश नहीं कर सके। स्कूल के अधिकारियों ने भी टिप्पणी करने से इनकार किया।
विपक्ष मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी व कांग्रेस ने मामले में न्यायिक जांच की मांग की है।
दोनों पार्टियों के युवा व छात्र संगठनों ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर सोमवार से आंदोलन शुरू किया है।