IANS

मोदी ने भ्रष्टाचार मुक्त सरकार दिया : शाह

नई दिल्ली, 26 मई (आईएएनएस)| भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने शनिवार को अपनी सरकार के चार वर्ष पूरे होने पर दावा किया कि भाजपा ने गरीबों और किसानों के हित में एक भ्रष्टाचार मुक्त सरकार दिया है, जबकि कांग्रेस ने इस दिन को ‘विश्वासघात दिवस’ के रूप में मनाया और सरकार पर कई मोर्चो पर विफल रहने का आरोप लगाया।

यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को हटाने के लिए विपक्षियों के झूठ फैलाने के बावजूद सरकार दलितों, गरीबों और किसानों के जीवनस्तर को ऊपर उठाने के लिए काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने ‘तुष्टिकरण, वंशवाद और जाति’ की राजनीति को ‘विकास और प्रदर्शन’ की राजनीति से बदला है।

अमित शाह ने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन के खिलाफ विपक्षी पार्टियों के साथ आने से 2019 लोकसभा चुनाव में कोई असर नहीं पड़ेगा और उन्होंने विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर चुन कर आएंगे।

उन्होंने कहा कि मतदाताओं के लिए प्रधानमंत्री मोदी और दूसरे पक्ष के एक अज्ञात चेहरे के बीच मुकाबला होगा।

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद विपक्षी पार्टियों के एक साथ आने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, वे लोग 2014 में हमारे खिलाफ लड़े थे। वे संगठित थे। वे अपने-अपने क्षेत्रों के नेता हैं।

उन्होंने कहा, अगर ममता बनर्जी और चंद्रबाबू नायडू एक मंच पर एक साथ आ जाते हैं, तो इससे बंगाल और आंध्रप्रदेश में क्या फर्क पड़ेगा। अगर सीताराम येचुरी और कुमारस्वामी एक साथ आ जाते हैं तो इससे बंगाल और कर्नाटक की राजनीति में क्या फर्क पड़ेगा? यह काम नहीं करेगा। वे सभी क्षेत्रीय पार्टियां हैं और भाजपा के विरुद्ध लड़ चुकी हैं।

शाह ने कहा, ममता, अखिलेश, मायावती, शरद पवार और राहुल गांधी..सभी हमारे विरुद्ध लड़े थे। वे अपने राज्यों में हमारे मुख्य विपक्षी थे। अन्य का वहां कोई मतलब नहीं था।

उपचुनावों में भाजपा की हार के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उपचुनाव आम चुनाव से अलग होते हैं और अभी भी लोकसभा चुनाव के लिए एक वर्ष बाकी है।

उन्होंने कहा, जब एक मतदाता सरकार बनाने के लिए मत डालता है तो वह यह दिमाग में रखता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होगा या कोई और, ऐसी स्थिति में मापदंड अलग होंगे।

प्रधानमंत्री पद के लिए राहुल गांधी की उम्मीदवारी के सवाल पर उन्होंने कहा, यह मायने नहीं रखता है कि मैं क्या सोचता हूं। उनकी पार्टी ने ही उनका समर्थन नहीं किया, जब उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं। न ही उन्हें शरद पवार और न ही ममता या अखिलेश यादव ने उन्हें समर्थन दिया।

शाह ने कहा कि पिछले चार वर्षों में कई योजनाओं के जरिए 22 करोड़ लोगों के जीवनस्तर में सुधार लाया गया है। इसके अलावा देश का आत्म-गौरव बहाल हुआ है और वैश्विक स्तर पर इसकी स्थिति नई ऊंचाइयों पर पहुंची है।

शाह ने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि लोग पूर्ण बहुमत के साथ प्रधानमंत्री मोदी को दोबारा सत्ता में लाने के लिए वोट देंगे।

वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत सरकार कृषि और विदेश नीति सहित कई मोर्चो पर विफल रही, लेकिन उसने आत्मप्रचार बेहतरीन तरीके से किया।

मोदी सरकार का चार वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर राहुल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार का एक रिपोर्ट कार्ड ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने कहा है कि सरकार कृषि, विदेश नीति, तेल की कीमतों और रोजगार सृजन में विफल रही है।

उन्होंने कहा कि लेकिन सरकार ने नारे गढ़ने और आत्मप्रचार में बेहतरीन प्रदर्शन किया है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने साथ ही सरकार को जुमलेबाज(मास्टर कम्युनिकेटर) और महत्वपूर्ण मुद्दों पर फिसड्डी बताया।

राहुल ने ट्वीट में कहा, चार वर्ष का रिपोर्ट कार्ड- कृषि- एफ, विदेश नीति-एफ, तेल की कीमत- एफ, रोजगार सृजन- एफ, नारा सृजन- ए प्लस, आत्मप्रचार- ए प्लस, योग- बी माइनस।

राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय सुरक्षा पर अपने वादे को निभाने में विफल रहे और सुरक्षा बलों को नीचा दिखाया।

आजाद ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, कश्मीर वह राज्य था, जिसे मोदी ने चुनाव के दौरान सबसे अधिक भुनाया था। जम्मू एवं कश्मीर में 1996 के बाद मोदी सरकार के चार वर्षो के कार्यकाल के दौरान सबसे ज्यादा नागरिक और सुरक्षा बल मारे गए हैं।

आजाद ने कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा वह क्षेत्र हैं, जिसपर प्रधानमंत्री ने चुनावी अभियान के दौरान भाषण दिया था। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा की महत्ता को रेखांकित किया था और उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर अधिकतम वोट मिले।

कांग्रेस के नेता ने कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा का मतलब है जहां लोग सुरक्षित रहते हैं। इसका मतलब है जहां अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और प्रेस की सुरक्षा मौजूद होती है। लेकिन मोदी सरकार के अंतर्गत, कोई भी सुरक्षित नहीं है। सभी अपनी रातें जाग कर बिता रहे हैं।

कांग्रेस ने कहा कि मोदी ने विज्ञापन के क्षेत्र में बीते चार वर्षो में 4,600 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।

Show More

Related Articles

Back to top button
Close
Close