तकनीकी शिक्षा की भविष्य भूमिका पर बीएचयू में चर्चा
नई दिल्ली, 21 मई (आईएएनएस)| इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (आईआईटी बीएचयू) ने अपने सौ साल पूरे होने पर ‘लीडर निर्माण : भारत में तकनीकी शिक्षा की भविष्य भूमिका’ पर पैनल चर्चा की और इंजीनियरिंग में नवाचार व तकनीकी शिक्षा में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया।
आईआईटी बीएचयू के डॉयरेक्टर प्रोफेसर राजीव सांगल ने कहा, पारम्परिक अध्ययन का समर्थन करने और आईसीटी, एमओओसी जैसी नई पद्वतियों को तकनीकी शिक्षा में पढ़ाने और प्रोजेक्ट से जुड़े शिक्षण को बढ़ाने की सख्त जरूरत है। हमें बेहतर प्रभाव के लिए गुणवत्ता का आकलन करने की आवश्यकता है। इसके अलावा अनुसंधानों को देश की जरूरतों के अनुसार जुड़ने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा, छात्रों को विभिन्न उदाहरणों से प्रेरित करने की जरूरत है। आईआईटी बीएचयू में हम मिलकर मानव मूल्यों की भावनाओं को समझते हुए इन दिशाओं में काम कर रहे है। वैश्विक परिदृश्य में कड़ी प्रतिस्पर्धा को देखते हुए तकनीकी संस्थानों को गुणवता बढ़ाने के लिए आगे आना चाहिए और छात्रों को सिद्वांतों से युक्त शिक्षा देने का उद्देश्य होना चाहिए।
इस कार्यक्रम में एसोसिएशन ऑफ आईआईटी बी.एच.यू. एल्यूमनी (एआईबीए) ने अपने अपने क्षेत्र में बेहतरीन योगदान दे रही जानीमानी हस्तियों को सम्मानित किया।