मिनर्वा पंजाब के मालिक पर एक साल का प्रतिबंध
कोलकाता, 14 मई (आईएएनएस)| अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) ने रंगभेद टिप्पणी मामले में दोषी पाए जाने के बाद आई-लीग चैंपियन मिनर्वा पंजाब के मालिक रंजीत बजाज पर सोमवार को एक साल का प्रतिबंध लगा दिया। एआईएफएफ की अनुशासन समिति ने रंजीत पर प्रतिबंध लगाने के अलावा 10 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। एक साल के अंदर चौथा मामला सामने आने के बाद उन पर प्रतिबंध लगाया गया है। रंजीत को 10 दिनों के अंदर जुर्माने की राशि जमा कराना होगा।
इस बीच मिनर्वा क्लब के निदेशक हीना बजाज ने रंजीत पर लगे सभी आरोपों से मना किया है। हीना ने आईएएनएस से फोन पर कहा, हम पूरी तरह से हैरान हैं। मामले की कोई सुनवाई नहीं हुई और उन्होंने सिर्फ कारण बताओ नोटिस भेजा था। यह हमें नुकसान पहुंचाने का एक प्रयास है।
उन्होंने कहा, रंगभेद से संबंधित सभी टिप्पणी बकवास है। इसमें कोई प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया। जवाब देने के लिए हमें सिर्फ तीन घंटे का समय दिया गया। रविवार को दोपहर 12 बजे हमें कारण बताओ नोटिस दिया गया और शाम को सात बजे तक जवाब देने को कहा गया।
एआईएफएफ की अनुशासन समिति के अनुसार, रंजीत ने 12 मई को शिलांग के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में मिनर्वा के अंडर-18 यूथ लीग मैच में एजल के खिलाफ हुए मुकाबले के दौरान पूर्वोत्तर के रहने वाले रेफरी पिनस्केमहेम माथोह के खिलाफ नस्लीय टिप्पणी और दुर्व्यवहार किया था।
मैच कमिश्नर विश्वजित मित्रा ने समिति की रिपोर्ट के हवाले से कहा, रंजीत ने अपराधी की तरह व्यवहार किया, मैच में अधिकारियों के खिलाफ गंदी भाषा का दुरुपयोग किया, उन्हें खुलेआम धमकी दी और मैच अधिकारियों के खिलाफ रंगभेद टिप्पणी की।