मप्र : झूठ और लूट के खिलाफ लड़ाई का संकल्प
ओरछा (टीकमगढ़) ,14 मई (आईएएनएस)| स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद के अज्ञातवास स्थल ओरछा में सातार नदी के तट पर रविवार से शुरू हुए दो दिवसीय जन आंदोलन-2018 सम्मेलन के दूसरे दिन वक्ताओं ने समस्याओं से निपटने के लिए एकजुट होने का संकल्प लिया। उन्होंने ग्राम पंचायत स्तर पर बदलाव लाने का नारा बुलंद किया, और झूठ और लूट के खिलाफ लड़ाई लड़ने का संकल्प लिया।
जलपुरुष राजेंद्र सिंह ने कहा, वर्तमान दौर में देश में झूठ और लूट का वातावरण बन गया है। सामुदायिक संपत्ति जल, जंगल व जमीन पर अतिक्रमण हो रहा है। दुर्भाग्यपूर्ण है कि राजा ही झूठ का सहारा ले रहा है। उससे दुखद तो यह है कि इस झूठ के प्रति जनता आकर्षित हो रही है। राजा जनता को बेवकूफ और पागल समझने लगा है। यह स्थिति देश के लिए खतरनाक है।
सम्मेलन में देश के विभिन्न हिस्सों से आए वक्ताओं ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं का जिक्र किया। तालबेहट नगर पालिका की अध्यक्ष मुक्ता सोनी ने कहा, देश में इस समय सबसे ज्यादा जल संकट बुंदेलखंड में है। इससे निपटने के लिए सबको मिलकर काम करना होगा। समाज में चेतना लाए बिना इस समस्या से निपटना आसान नहीं है।
युवा सामाजिक कार्यकर्ता अमित त्रिपाठी ने कहा, युवाओं को एक मंच देना होगा, ग्राम पंचायतों में इस वर्ग की हिस्सेदारी बढ़े, इसके प्रयास करने होंगे। युवाओं को वर्तमान हालात से अवगत कराया जाए, उन्हें जल, जंगल और जमीन के मुद्दे पर जागरूक किया जाए।
बुजुर्ग सामाजिक कार्यकर्ता रमेश द्विवेदी ने कहा, आज देश को ठीक उसी तरह के आंदोलन की जरूरत है, जिस तरह का आंदोलन जयप्रकाश नारायण ने वर्ष 1970 के दशक में चलाया था। उन्होंने युवाओं को आगे किया था। अब जरूरत है कि युवाओं का नेतृत्व विकसित किया जाए।
अंत में एकता परिषद के संस्थापक पी.वी. राजगोपाल ने कहा कि कुल मिलाकर 16 लोगों ने तरह-तरह के सुझाव दिए हैं। इन सुझावों में सभी ने प्राकृतिक संसाधनों की लूट पर चिंता व्यक्त करने के साथ ही राजनीति में बढ़ते झूठ पर चिंता जताई है। लिहाजा जरूरी है कि युवाओं को ताकतवर बनाया जाए और वे आगे आएं।