10 साल में 17 आईएएस अफसरों पर हुई विभागीय जांच
लखनऊ, 12 मई (आईएएनएस/आईपीएन)। केंद्र सरकार के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) द्वारा लखनऊ स्थित एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर को दी गई सूचना के अनुसार, पिछले 10 सालों में 1 जनवरी, 2008 के बाद 17 आईएएस अफसरों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गई।
डीओपीटी के अनुसचिव के.श्रीनिवासन से मिली सूचना के अनुसार, इस दौरान 14 आईएएस अफसरों पर नियम 8 में वृहद् दंड की कार्रवाई शुरू की गई। इन 14 अधिकारियों में राजीव अग्रवाल (महाराष्ट्र कैडर, 1975 बैच), डॉ. अरविंद मायाराम (राजस्थान 1978), डी.के. राव (गुजरात 1980), अरिंदम सोम (असम 1990), राकेश बहादुर (यूपी 1979), आनंद मोहन शरण (हरियाणा 1990), के जयकुमार (सिक्किम 1987), डॉ रवि इन्दर सिंह (पश्चिम बंगाल 1994), के सुरेश (एमपी 1984), के एस क्रोफा (असम 1982), आर के रंगा (हरियाणा 1976), डी. चक्रवर्ती (पश्चिम बंगाल 1976), गरिमा मित्तल (हरियाणा 2010) तथा एके गोयल (आंध्र प्रदेश 1974) शामिल हैं।
श्रीनिवासन के अनुसार, 3 आईएएस अफसरों पर नियम 10 में लघुदंड की कार्यवाही शुरू की गई है। इन तीन अधिकारियों में पी.वी. जगनमोहन (यूपी 1987), जीके द्विवेदी (आंध्र प्रदेश) तथा सुब्रत विश्वास (केरल 1985) शामिल हैं।