कर्नाटक चुनाव : त्रिकोणीय मुकाबले में कांग्रेस, भाजपा ने कसी कमर
बेंगलुरू, 11 मई (आईएएनएस)| सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने शनिवार को होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव में एक-दूसरे को मैदान से बाहर करने के लिए कमर कस ली है, वहीं जनता दल(सेकुलर) ने इस मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है। गर्मी के इस मौसम में हो रहे इस एकमात्र विधानसभा चुनाव से देश का राजनीतिक पारा चढ़ गया है। पूरे देश की नजर कर्नाटक पर टिकी हुई है। दोनों राष्ट्रीय दलों ने यहां एड़ी-चोटी का जोर लगाया है, वहीं जद(एस) इस चुनाव में किंगमेकर के रूप में उभर सकती है या फिर खंडित जनादेश की स्थिति उत्पन्न कर सकती है।
एक चुनावी विश्लेषक ने चुनाव से एक दिन पूर्व आईएएनएस से कहा, अगर कांग्रेस सत्ता विरोधी लहर को दरकिनार कर सत्ता पर काबिज होने के लिए बेकरार है तो भाजपा दक्षिण राज्य में पांच वर्ष पहले करारी हार के बाद सत्ता प्राप्त करना चाहती है। वहीं जद(एस) नई सरकार के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की कोशिश में है।
बेंगलुरू के जयनगर सीट पर मतदान रद्द होने की वजह से राज्य में 223 विधानसभा सीटों पर चुनाव होंगे। जयनगर विधानसभा क्षेत्र के चुनाव को भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार बी.एन. विजय कुमार के चार मई को निधन होने के बाद रद्द कर दिया गया है। यहां कुल सीटों में से 36 अनुसूचित जाति और 15 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।
इस चुनाव में करीब 4.96 करोड़ लोग मत डालने के पात्र हैं, जिसमें 2.52 करोड़ पुरुष और 2.44 करोड़ महिलाएं शामिल हैं। वहीं 4500 ट्रांसजेंडर भी इस बार चुनाव में मतदान करने के पात्र हैं।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी संजीव कुमार ने आईएएनएस से कहा, यहां कुल 2,654 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं, जिसमें से 219 महिलाएं, 222 कांग्रेस से, 222 भाजपा से, 201 जद(एस) से, 1,155 स्वतंत्र उम्मीदवार और अन्य राष्ट्रीय, क्षेत्रीय पार्टियों के लगभग 800 उम्मीदवार शामिल हैं।
कांग्रेस की राज्य इकाई के उपाध्यक्ष बी.के. चंद्रशेखर ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी 115 सीटें जीतने में सफल होगी, जोकि सरकार बनाने के लिए 113 सीटों से ज्यादा है।
चंद्रशेखर ने आईएएनएस से कहा, हमारी कल्याणकारी योजनाएं जैसे इंदिरा कैंटीन, सभी घरों में प्रत्येक व्यक्ति को सात किलोग्राम मुफ्त चावल, स्कूली विद्यार्थियों को मुफ्त दूध, स्नातकोत्तर तक लड़कियों को मुफ्त शिक्षा जैसी योजनाएं हमारे पक्ष में काम करेंगी। बड़ी संख्या में महिलाएं हमें वोट डालना चाहती हैं। हम बहुमत पाने को लेकर आश्वस्त हैं।
वहीं भाजपा प्रवक्ता मालविका अविनाश ने आईएएनएस से कहा, हमें उम्मीद है कि हमें कांग्रेस के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर की वजह से बहुमत मिलेगा। हम अपने दम पर बिना किसी पार्टी के समर्थन के सरकार बनाने के लिए निर्णायक बहुमत पाने को लेकर आश्वस्त हैं, क्योंकि यहां गठबंधन सरकार पहले भी विफल हो चुकी है।।
जद (एस) के प्रवक्ता रमेश बाबू ने कहा, हम सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेंगे। स्वतंत्र उम्मीदवारों के समर्थन से हम अगली सरकार बनाएंगे। लोग चाहते हैं कि हमारी जैसी स्थानीय पार्टी सत्ता में आए, क्योंकि राष्ट्रीय पार्टियों ने उन्हें धोखा दिया है।