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टीम में जगह बनाने के लिए पंत को प्रदर्शन में निरंतरता रखनी होगा : गांगुली

कोलकाता, 11 मई (आईएएनएस)| पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 11वें संस्करण में 128 रन की नाबाद पारी खेलने वाले दिल्ली के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की तारीफ करते हुए कहा है कि सीनियर टीम में जगह बनाने के लिए उन्हें अपने प्रदर्शन में निरंतरता को बरकरार रखने की जरूरत है। पंत ने गुरुवार रात को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ फिरोजशाह कोटला मैदान पर 63 गेंदों पर 128 रन की नाबाद शतकीय पारी खेली जोकि टी-20 में किसी भी भारतीय द्वारा बनाया गया सर्वोच्च स्कोर है।

पंत इंग्लैंड दौरे पर जाने वाली भारतीय क्रिकेट की सीनियर टीम के सदस्य नहीं हैं और ना ही उन्हें अफगानिस्तान के खिलाफ होने वाले एकमात्र टेस्ट के लिए टीम में चुना गया है।

गांगुली ने यहां एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा, मुझे लगता है कि उनका एक भविष्य है लेकिन जैसा कि मैंने कहा है कि फार्म में निरंतरता का होना काफी अहम है। यह केवल एक पारी का मामला नहीं है। मैंने इशान किशन को भी 21 गेंदों पर 62 रन बनाते देखा है। लेकिन, जब आप देश के के लिए खेलने को किसी को चुनते हैं तो आप उसकी फार्म में निरंतरता को देखते हैं।

उन्होंने कहा, हां, टी-20 एक अलग प्रारूप है, अवसर काफी कम हैं लेकिन मुझे लगता है कि पंत और किशन जैसे बल्लेबाजों का भी समय आएगा। वे अभी युवा हैं और उन्हें कोई जल्दी नहीं है। वे जितना अधिक खेलेंगे, उतना ही परिपक्व होंगे और वे आने वाले वर्षों में भारत के लिए खेलेंगे।

पूर्व कप्तान ने मौजूदा समय में सीनियर टीम में दो विकेटीपरों को सही ठहराते हुए कहा कि महेंद्र सिंह धौनी का तो कोई बदल है ही नहीं जबकि दिनेश कार्तिक टीम में जगह पाने के हकदार हैं।

गांगुली ने कहा, मौजूदा समय में धौनी वहां हैं। आप उनकी जगह नहीं ले सकते। इसके बाद कार्तिक हैं। मुझे लगता है कि कार्तिक राष्ट्रीय टीम में मौका पाने के हकदार हैं, खासकर उनके श्रीलंका के खिलाफ शानदार प्रदर्शन के बाद।

बंगाल टाइगर के नाम से मशहूर गांगुली ने कहा कि पंत की विस्फोटक पारी ने उन्हें ब्रैंडन मैकुलम के नाबाद 158 रन की याद दिला दी जो उन्होंने 2008 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के खिलाफ खेली गई थी।

पूर्व कप्तान ने कहा, जो पारी उन्होंने कल रात खेली, मैंने आईपीएल के पहले संस्करण में दूसरे छोर पर खड़े होकर मैक्कलम की 2008 में बेंगलोर के खिलाफ पारी देखी है। उस समय मैं दूसरे छोर पर खड़ा था और मैक्कलम के साथ बल्लेबाजी कर रहा था। लेकिन, पंत की पारी को देखना अद्भुत रहा।

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