उप्र : पति से विवाद में दुष्कर्म पीड़िता ने पी लिया हेयर डाई
बांदा, 9 मई (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश में बांदा जिले की नरैनी सीट से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक रहे पुरुषोत्तम नरेश द्विवेदी के घर दिसंबर 2010 को सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई नरैनी थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती ने मंगलवार की देर शाम फोन पर पति से हुए विवाद के बाद हेयर डाई पीकर जान देने की कोशिश की। पीड़िता को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है।
अपर पुलिस अधीक्षक लाल भरत कुमार पाल ने अस्पताल में पीड़िता के दर्ज किए बयान के हवाले से बुधवार को बताया कि सामूहिक दुष्कर्म की शिकार युवती (23) ने इसी साल 26 जनवरी को झांसी में ठेकेदारी कर रहे दतिया के राहुल निषाद से शादी की थी, वह महज दो बार अपनी ससुराल गई है और पति से अनबन हो गई।
उन्होंने बताया कि अपने बयान में पीड़िता ने कहा कि उसका पति मानसिक रूप से उसे प्रताड़ित कर रहा है और जान से मारने की धमकी देता है। मंगलवार की शाम भी पति ने फोन से धमकी दी, जिसके बाद उसने हेयर डाई पीकर जान देने की कोशिश की है।
एएसपी ने बताया कि पीड़िता के परिजन उसे पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नरैनी ले गए और वहां से रेफर होने के बाद देर रात उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है और वह बात भी कर रही है। पुलिस ने कहा कि तहरीर मिलने पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने वाले उसके पति के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, जिले के सरकारी अस्पताल में पीड़िता का इलाज कर रहे चिकित्सक डॉ. एस.डी. त्रिपाठी और डॉ. प्रदीप कुमार ने बताया कि पीड़िता की हालत में सुधार है और वह खतरे से बाहर है।
उल्लेखनीय है कि नरैनी सीट से बसपा के विधायक रहे पुरुषोत्तम नरेश द्विवेदी के घर में 10 दिसंबर 2010 को पीड़िता के साथ विधायक और उसके चार गुर्गो ने सामूहिक रूप से दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। पीड़िता जब दूसरे दिन उनके चंगुल से छूट कर भागी तो पुलिस ने 13 दिसंबर को फर्जी चोरी के इल्जाम में पीड़िता को तुर्रा गांव से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
मामला मीडिया की सुर्खियों में आने के बाद उच्च न्यायालय इलाहाबाद ने खुद संज्ञान लेकर रिहाई के आदेश दिए और उत्तर प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दिया था। बाद में वरिष्ठ अधिवक्ता डी. नाथन ने सर्वोच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर की, जिस पर उसे अब भी पुलिस सुरक्षा मिली हुई है। हालांकि मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने विधायक को दोषी करार देते हुए दस साल की सजा सुनाई है और अब वह उच्च न्यायालय से जमानत पर रिहा है।
इस सामूहिक दुष्कर्म की घटना से प्रदेश ही नहीं देश की राजनीति में भूचाल आ गया था। कांग्रेस के अध्यक्ष (तब महासचिव) राहुल गांधी खुद पीड़िता से मिलने उसके घर गए और अपनी पार्टी से चुनाव लड़ने का ऑफर भी दिया था।