ग्रीनप्लाई के एमडीएफ संयंत्र में बोर्ड का उत्पादन शुरू
नई दिल्ली, 7 मई (आईएएनएस)| वुड पैनल्स निर्माता ग्रीनप्लाई इंडस्ट्रीज लि. के ईपीडी डिविजन ने सोमवार को अपने लोकप्रिय ब्रांड्स ग्रीन पैनलमैक्स और ग्रीन फ्लोरमैक्स की रीब्रांडिंग का ऐलान किया। अब से एमडीएफ, वुड फ्लोर्स, प्लाई वुड, वेनीर्स एवं दरवाजों का निर्माण, वितरण और विपणन ब्रांड ग्रीनपैनल के तहत किया जाएगा। साथ ही कंपनी ने आंध्र प्रदेश के चित्तूर स्थित नए संयंत्र में पहले बोर्ड प्रोडक्शन का ऐलान भी किया है, जो एशिया का सबसे बड़ा एमडीएफ संयंत्र होगा। ग्रीनप्लाई इंडस्ट्रीज लि. के संयुक्त प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी शोभन मित्तल ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में अपार संभावनाओं के मद्देनजर नए ब्रांड की अवधारणा पेश की गई हैं।
उन्होंने कहा कि आन्ध्रप्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित आधुनिक संयंत्र नया संयंत्र वुड पैनल के निर्माण के लिए ग्रीनप्लाई की दूसरी एमडीएफ परियोजना है, पहला हाइटेक संयंत्र उत्तराखण्ड के रुद्रपुर में है। 200 एकड़ में फैले चित्तूर संयंत्र की सालाना उत्पादन क्षमता 3,60,000 सीबीएम है। एशिया का सबसे बड़ा विनिर्माण संयंत्र होने के साथ ही यह तकनीकी दृष्टि से सबसे आधुनिक है तथा सर्वश्रेष्ठ यूरोपीय टेकनोलॉजी से युक्त है। चित्तूर में नए संयंत्र का संचालन शुरू होने के बाद इनकी संयुक्त सालाना क्षमता 5,40,000 क्युबिक मीटर (उत्तराखंड के पटनानगर में पहले से संचालित रुद्रपुर संयंत्र को मिलाकर) हो जाएगी, इसी के साथ वे भारत में वुड पैनल्स के सबसे बड़े निर्माता बन जाएंगे।
मित्तल ने कहा, भारतीय बाजार में आज भी पुराने तरीकों से फर्नीचर बनाया जाता है, हालांकि उपभोक्ता हमेशा टिकाऊ एवं आकर्षक इंटीरियर के साथ आधुनिक वुड पैनल समाधानों की उम्मीद रखते हैं। हमने पाया है कि उपभोक्ताओं की जरूरतों और बाजार में उपलब्ध सेवाओं के बीच बड़ा अंतराल है। तेजी से विकसित होते प्रोडक्ट पोर्टफोलियो और देश के सबसे बड़े एवं सबसे आधुनिक संयंत्रों की स्थापना के साथ जरूरी हो गया था कि हम भारतीय वुड पैनल उद्योग के लिए अपनी प्रतिबद्धता को बरकरार रखें तथा उपभोक्ताओं को उनकी जरूरत के अनुसार आधुनिक समाधान उपलब्ध कराते रहें।