IANS

कांग्रेस ने भाजपा के घोषणा-पत्र को ‘जुमला’, ‘झूठ का पुलिंदा’ कहा

बेंगलुरू, 4 मई (आईएएनएस)| आगामी 12 मई को होने जा रहे कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा जारी घोषणा-पत्र को कांग्रेस ने ‘जुमला’ और ‘झूठ का पुलिंदा’ बताया है।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जी. परमेश्वरा ने संवाददाताओं को बताया, इसकी क्या गारंटी है कि भाजपा किसानों के एक लाख रुपये तक के ऋण माफ कर देगी? हम जानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान किए गए अपने कई वादों को पूरा नहीं किया है। घोषणा-पत्रों में किए गए वादे भी ‘जुमले’ साबित होंगे।

भाजपा ने शुक्रवार को अपने 60 पृष्ठों के घोषणा-पत्र में राष्ट्रीयकृत तथा सहकारी बैंकों से स्वीकृत एक लाख रुपये तक के कृषि ऋण मंत्रिमंडल की पहली बैठक में माफ करने के अलावा कॉलेज में दाखिला लेने वाले छात्रों को लैपटॉप तथा गरीब महिलाओं को स्मार्टफोन निशुल्क देने जैसी अन्य घोषणाएं की हैं।

कर्नाटक के दो दिवसीय दौरे पर आए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर पर भाजपा के घोषणा-पत्र को पांच में से एक अंक दिया।

उन्होंने तंज कसते हुए कहा, नई पुस्तक समीक्षा : नरेंद्र मोदी (प्रधानमंत्री) से प्रेरित कर्नाटक भाजपा के घोषणा-पत्र एक कमजोर विषयवस्तु पर घटिया तरीके से विकसित की गई एक फंतासी है, जिसमें मतदाताओं के लिए कुछ खास नहीं है। अगर आपने कांग्रेस का घोषणा-पत्र पढ़ा है तो इसे पढ़ने में समय व्यर्थ न गवाएं। रेटिंग : 1.5, संस्तुति : नजरंदाज करें।

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि भाजपा के घोषणा-पत्र में सत्ताधारी कांग्रेस की ‘इंदिरा कैंटीन’ जैसी मौजूदा योजनाओं को लिया गया है।

भाजपा के घोषणा-पत्र के अनुसार, पार्टी राज्य भर में 300 से ज्यादा ‘अन्नपूर्णा कैंटीन’ खोलेगी। इसके तहत सभी 30 जिला मुख्यालयों पर तीन और उपजिला मुख्यालय (तालुक) पर एक अन्नपूर्णा कैंटीन खोली जाएगी, जिससे गरीबों को कम कीमत पर खाना उपलब्ध हो सके।

सिद्धारमैया ने ट्वीट किया, ये अन्नपूर्णा कैंटीन भाजपा के पिछले (2008-13) कार्यकाल में क्यों नहीं बनीं?

मुख्यमंत्री ने कहा, भाजपा 2008 विधानसभा चुनाव में किए गए वादों में से 90 वादों को पूरा करने में असमर्थ रही है तथा आगामी चुनाव के लिए ऐसा ही झूठ का पुलिंदा लेकर आई है।

भाजपा 2008 में सत्ता में आई थी, लेकिन 2013 के विधानसभा चुनाव में हार गई थी।

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