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नेताजी सुभाष चंद्र बोस की सेना में मुख्य सैनिकों में से एक थे केसरी चंद
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने युवाओं को शहीदों के बलिदान को याद रखने की बात कही।
अंग्रेजों से लड़ते हुए नेताजी सुभाष चंद्र बोस की सेना में शामिल केसरी चंद शहीद हो गए थे। शहीद केसरी चंद को देश को आज़ादी दिलाने के लिए अंग्रेजों को खूब छकाया, अंत में उन्हें ब्रिटिश सरकार ने फांसी की सजा दे दी थी।
शहीद केसरी चंद को याद करते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गुरुवार को रामताल गार्डन, चकराता में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री ने कहा, “आज हम वीर शहीद केसरी चंद मेले में सम्मिलित हुए हैं। यह उत्तराखंड के लिए यह गौरव की बात है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की सेना में दो जवान शहीद हुए। एक शहीद केसरी चंद और शहीद दुर्गा मल्ल इन दोनों वीरों ने ऐसे समय में देश की आजादी की आवाज बुलंद की और फांसी के तख्ते को चूम लिया, जब देश गुलामी की जंजीरों में बुरी तरह जकड़ा हुआ था।”
इस मौके पर आयोजन में मौजूद युवाओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने किया कि वे स्वरोजगार की दिशा में कदम बढ़ाएं। हमने दो ऐसे निर्णय लिए हैं,जिससे युवा अपना जीवन संवार सकते हैं। नौजवान स्वरोजगार की ओर बढ़ें, इससे पलायन को रोकने में भी मदद मिलेगी।
इस अवसर पर मौजूद स्थानीय विधायक मुन्ना सिंह चैहान ने कहा,” प्रदेश सरकार उत्तराखंड के विकास के लिए लगातार प्रयासरत है उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि वह राज्य के विकास में भागीदार बनें। राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ उठाते हुए राज्य के विकास में सहभागी बने।”