कांग्रेस सरदार पटेल, जवानों का सम्मान नहीं करती : मोदी
कलबुर्गी (कर्नाटक), 3 मई (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि कांग्रेस देश के ‘लौह पुरुष’ (सरदार पटेल) व सीमाओं की रक्षा करने वाले सैनिकों का सम्मान नहीं करती।
उन्होंने आजाद भारत में हैदराबाद को शामिल करने के लिए इसके निजाम पर डाले गए दबाव के लिए सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद किया। मोदी ने यहां विशाल चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, हैदराबाद-कर्नाटक क्षेत्र का भाग होने की वजह से कलबुर्गी का पटेल के जीवन में विशेष महत्व रहा है क्योंकि उन्होंने यहां के पूर्व शासक को अपने साम्राज्य को सितंबर 1948 में स्वतंत्र भारत में मिलाने को मजबूर किया था।
मोदी ने निजाम के अत्याचार की तुलना ब्रिटिश कर्नल रेजीनाल्ड डायर के नेतृत्व में 13 अप्रैल 1919 को पंजाब के अमृतसर में हुए जालियावाला बाग हत्याकांड से की और शहीदों का स्मारक बनाने के लिए स्थानीय लोगों की सराहना की।
उन्होंने कहा, इसका (स्मारक का) निर्माण कांग्रेस को करना चाहिए था, लेकिन उन्होंने नहीं किया क्योंकि वे लोग पटेल से जुड़ा कुछ भी करना पसंद नहीं करते।
सितम्बर 2016 में सीमा पार सर्जिकल स्ट्राइक करने वाले जवानों का अपमान करने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस के नेता ने जवानों की सराहना करने के बजाए इस घटना के लिए सबूत मांगा था।
मोदी ने कहा, कांग्रेस हमारे सैनिकों के बलिदान का सम्मान नहीं करती। जब हमारे सैनिक सर्जिकल स्ट्राइक करते हैं, उनके बेशर्म नेता जवानों की बहादुरी भरी कार्रवाई का सबूत मांगते हैं। वे चाहते हैं कि हमारे सैनिक युद्ध में बंदूक के बजाए कैमरा लेकर जाएं।
कर्नाटक को ‘शौर्य की भूमि’ बताते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने राज्य के कोडागु क्षेत्र के फील्ड मार्शल के.एम. करिअप्पा और जनरल के.एस. थिमेय्या के साथ भी बुरा व्यवहार किया था।
मोदी ने कहा, कांग्रेस ने न केवल करिअप्पा के साथ खराब व्यवहार किया, बल्कि इसके प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, थिमेय्या का भी अपमान करते रहे थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह कांग्रेस द्वारा जवानों का अनादर करने पर आश्चर्यचकित नहीं हुए क्योंकि हाल ही में ‘वंदे मातरम’ गाने के के दौरान उनके नेता के अपनी जगह से खड़े नहीं होने की घटना सामने आई है।