एमआरएफ इंडियन नेशनल रैली चैम्पियनशिप का पहला दौर जीते गिल
श्रीपैरम्बदूर, 29 अप्रैल (आईएएनएस)| मौजूदा चैम्पियन गौरव गिल ने रविवार को यहां एमआरएफ एफएमएससीआई इंडियन नेशनल रैली चैम्पियनशिप-2018 के पहले दौर में पहला स्थान हासिल किया।
गौरव ने एमआरएफ 40वीं साउथ इंडिया रैली में यह श्रेय हासिल किया।
टीम महिंद्रा एडवेंचर के गौरव ने पहले दिन की अपनी बढ़त को जारी रखते हुए दूसरे दिन रविवार को सभी पांच चरण अपने नाम किए। गिल और उनके साथी मूसा शरीफ ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पिछले दिन के अपने ही समय को 27 सेकेंड से बेहतर किया। इस टीम ने एक घंटे 28.43 मिनट समय के साथ कुल दूरी नापी।
टीम महिंद्रा एडवेंचर के ही अमृताजीत घोष ने दूसरा स्थान हासिल किया। अपने साथी चालक अश्विन नाइक के साध मिलकर घोष ने शानदार प्रदर्शन किया और अंतिम तीन चरणों में चमक बिखेरते हुए तीसरे से दूसरा स्थान हासिल किया।
बीते साल की भयानक दुर्घटना में लगी चोट से अब तक उबरने का प्रयास कर रहे घोष ने निडर होकर रेस में हिस्सा लिया और गिल को कड़ी चुनौती दी। घोष और नाइक ने कुल एक घंटे 30.39 मिनट के साथ दूसरा स्थान पाया।
आईएनआरसी-2 चालक कर्णा कादूर (अर्का मोटरस्पोर्ट्स) को पोडियम पर अंतिम स्थान से संतोष करना पड़ा। अंतिम समय तक घोष से आगे रहने के बाद भी पोडियम पर अंतिम स्थान पाने पर कादूर निराश होंगे। कादूर को अपने सह चालक निखिल वी पाई के साथ हालांकि आईएनआरसी-2 क्लास में पहला स्थान हासिल करने की खुशी होगी। बीते साल के विजेता राहुल कांथराज इस क्लास में दूसरे स्थान पर रहे।
फाल्कम मोटरस्पोर्ट्स के अरूर विक्रम राव और सोमाया एजी ने आईएनआरसी-3 क्लास में पहला स्थान हासिल किया। इन दोनों ने अपनी ही टीम के डीन मास्कारेनहास और श्रुप्था पाडीवाल को दोयम साबित किया।
अपनी जीत से खुश गौरव ने कहा, हमारा दिन शानदार रहा। नई कार को बेहतर हालत में रखने वाली टीम को मैं सलाम करता हूं। यह एक बिल्कुल नई कार थी और इसमें शुरूआत में कुछ समस्याएं थीं लेकिन हमारी टीम ने इस समस्या को खत्म किया और इसी कारण हमारा सप्ताहांत शानदार रहा। यह इस सीजन की शानदार शुरूआत है और मैं इस जीत से काफी खुश हूं।
इस रैली में कुल मिलाकर सात टीमें हिस्सा नहीं ले सकीं। इनमें अर्जुन राव भी शामिल हैं। यूनुस इलियास अपने आप को सबसे दुर्भाग्यशाली मान रहे होंगे क्योंकि पहले दिन की समाप्ति पर दूसरे स्थान पर थे लेकिन गियरबाक्स में खराबी के कारण वह रेस से बाहर होने पर मजबूर हुए।