मोदी के शासन में भारत नफरत, झूठ की भूमि बन गया : सोनिया
नई दिल्ली, 29 अप्रैल (आईएएनएस)| वरिष्ठ कांग्रेस नेता और संयुक्त प्रगतिशील गठंबधन (संप्रग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार को मोदी सरकार पर एक तीखा हमला किया और कहा कि जब से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं, भारत झूठ, नफरत, गुस्सा और हिंसा की भूमि बन गया है।
सोनिया ने यहां एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए कहा, कांग्रेस नेतृत्व ने आजादी की लड़ाई लड़ी, एक नए भारत की कल्पना की, जो सत्य, प्यार और अहिंसा के मूल्यों पर आधारित था। लेकिन पिछले चार वर्षो में क्या हुआ? आज झूठ, नफरत, गुस्सा और हिंसा चारों तरफ व्याप्त है। जो लोग इसके खिलाफ आवाज उठाते हैं, उन्हें मोदी सरकार का कोप भाजन बनना पड़ता है।
उन्होंने कहा, सरकार संसदीय बहुमत को मनमानी करने का लाइसेंस मान बैठी है। वे सोचते हैं कि किसी भी असंतोष को कुचलना उनका अधिकार है। लोकतांत्रिक संस्थानों को पिछले 60-65 वर्षो से संवारा गया है, लेकिन जब से यह सरकार सत्ता में आई है, इसने इन संस्थानों को कमजोर करने में कोई कसर नहीं छोड़ा है।
सोनिया ने कहा कि ये सब एक खास विचारधारा वाले संगठन के इशारे पर हो रहा है।
उन्होंने कहा, जो लोग कानून के शासन के बदले अपनी तानाशाही चलाना चाहते हैं, जो लोग इस देश की बहुलवादी संस्कृति को नष्ट करना चाहते हैं, उनके खिलाफ हमें मिलकर लड़ना होगा।
मोदी सरकार को दिशाहीन और जनविरोधी करार देते हुए सोनिया ने कहा कि इसने लोगों से झूठे वादे कर उनके साथ धोखा किया है।
उन्होंने कहा, मोदीजी ने जो भी वादे किए थे, सब खोखले और झूठे साबित हुए हैं। मोदीजी ने कहा था कि न खाऊंगा और न खाने दूंगा। लेकिन भ्रष्टाचार तो बढ़ गया है।
संप्रग अध्यक्ष ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचार इस कदर बढ़ गया है कि आज मासूम बच्चियां तक सुरक्षित नहीं हैं और अनियंत्रित महंगाई के कारण गृहिणियों के लिए घर चलाना मुश्किल हो गया है।
उन्होंने कहा, यहां तक कि बच्चियों के अपराधियों को भी यह सरकार बचा रही है। युवाओं से दो करोड़ नौकरियों का वादा किया गया था, लेकिन वे अभी भी बेरोजगार हैं और वे जानते हैं कि उन्हें मोदीजी ने धोखा दिया है।
सोनिया ने कहा, न्यायपालिका एक अभूतपूर्व संकट के दौर से गुजर रही है। हम सभी के लिए यह एक कठिन समय है और हमें इसे गंभीरता से लेना होगा और इसके खिलाफ लड़ना होगा।