कांग्रेस का वादा : बेंगलुरू के बुनियादी ढांचे 1 लाख करोड़ खर्च होगा
बेंगलुरू, 28 अप्रैल (आईएएनएस)| चुनाव वाले राज्य कनार्टक में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने शनिवार को देश के टेक हब माने जाने वाले बेंगलुरू क्षेत्र के लिए समर्पित घोषणापत्र में शहर के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए एक लाख करोड़ रुपये खर्च करने का वादा किया है।
घोषणापत्र में कहा गया है, हम राज्य और केंद्र सरकार की ओर से कम से कम एक लाख करोड़ रुपये की लागत से बेंगलुरू में विश्वस्तरीय आधारभूत सरंचना की रचना को सुनिश्चित करेंगे, ताकि इस शहर को भारत की दूसरी राजधानी का दर्जा देने पर विचार किया जा सके।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सलाहकार रहे सैम पित्रोदा ने यहां शनिवार को घोषणापत्र जारी किया।
कांग्रेस ने कहा कि वह सभी जनसमस्याओं को हल करने के लिए शहर लोकपाल कार्यालय की स्थापना करेगी और शहर की झीलों का विकास और कायाकल्प उसकी प्राथमिकता है।
राज्य सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, 1960 के दशक तक शहर में कम से कम 262 जल इकाइयां थीं, लेकिन तेजी से हुए शहरीकरण के कारण इनकी संख्या घटकर करीब 80 हो गई, जिसमें से केवल 34 को ही जीवित झीलों के रूप में मान्यता प्राप्त है।
घोषणापत्र में संकल्प लिया गया, हम अगले पांच सालों में सभी वर्तमान झीलों को प्रदूषण मुक्त बनाएंगे।
पार्टी ने यह भी कहा कि वह राज्य की राजधानी और आस पास के शहरों के विकास पर निगरानी रखने के लिए मेट्रोपॉलिटन योजना समिति की स्थापना करेगी।
घोषणापत्र में पार्टी द्वारा अधिक सड़कों के निर्माण, फ्लाईओवर, दो हजार किलोमीटर फुटपाथ और शहर की सड़कों के चौड़ीकरण का उल्लेख किया गया है। शहर की सड़कों पर भीड़ भाड़ वाले घंटों के दौरान यातायात थम जाता है। हालांकि पार्टी ने इन पर आने वाले खर्च का उल्लेख घोषणापत्र में नहीं किया है।
राजधानी बेंगलुरू में फिलहाल अकेले 750 से ज्यादा बहुराष्ट्रीय और दो हजार से अधिक आईटी कंपनियां हैं, जो देश के कुल आईटी निर्यात में 40 फीसदी की हिस्सेदारी निभाती हैं।