मुझे मुख्यमंत्री पद की भूख नहीं : कमलनाथ
नई दिल्ली, 26 अप्रैल (आईएएनएस)| कांग्रेस नेता कमलनाथ ने गुरुवार को मध्य प्रदेश की कांग्रेस इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किए जाने के बाद कहा कि वह मुख्यमंत्री पद के ‘भूखे’ नहीं हैं और उनके चयन का फैसला इसलिए किया गया है क्योंकि पार्टी को लगता है कि वह ‘सबको साथ लेकर चल सकते हैं।’
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनके चयन का यह मतलब नहीं है कि वह साल के अंत में होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं।
समाचार चैनल एनडीटीवी को दिए एक साक्षात्कार में कमलनाथ ने कहा कि उन्हें राज्य के अन्य वरिष्ठ पार्टी नेताओं के साथ चर्चा करने के बाद ही पार्टी प्रमुख नामित किया गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने महसूस किया कि वह सबको साथ लेकर चल सकते हैं।
वह अरुण यादव की जगह अध्यक्ष पद संभालेंगे।
यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी नियुक्ति का मतलब यह है कि वह मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं, कमलनाथ ने जवाब दिया, ऐसा हो, यह जरूरी नहीं है।
उन्होंने कहा, मैं मुख्यमंत्री पद या किसी अन्य पद का भूखा नहीं हूं। मैं भाजपा सरकार के दलदल से राज्य को बाहर निकालने का भूखा हूं।
जब उनसे फिर पूछा गया कि क्या उन्हें मध्य प्रदेश के भविष्य के मुख्यमंत्री के रूप में देखा जाना चाहिए, तो उन्होंने कहा, आप कांग्रेस पार्टी के साथ मध्य प्रदेश के भविष्य को देख रहे हैं।
कमलनाथ ने कहा कि उनका नाम पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पार्टी के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और मध्य प्रदेश के नेताओं के साथ व्यापक चर्चा के बाद चुना गया है। उन्होंने कहा कि उन्हें राहुल गांधी ने एक महीने पहले इसका संकेत दे दिया था।
उन्होंने कहा, मैंने यह बयान दिया था कि मैं ज्योतिरादित्य सिंधिया के पूर्ण समर्थन में हूं…दिग्विजय सिंह से ज्यादा राज्य को कोई भी बेहतर नहीं समझ सकता। मुझे यकीन है कि राहुल गांधी उनके लिए एक भूमिका तलाशेंगे। हर किसी को कोई न कोई भूमिका निभानी होगी, हमें सिर्फ एक चेहरे की जरूरत नहीं बल्कि कई चेहरों की जरूरत है।