कमलनाथ पर मप्र में कांग्रेस को जिताने की जिम्मेदारी
भोपाल, 26 अप्रैल (आईएएनएस)| मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र से नौवीं बार लोकसभा के लिए निर्वाचित सांसद कमलनाथ की पहचान राष्ट्रीय राजनीति के महारथी के तौर पर है, अब उन्हें राज्य की कांग्रेस इकाई का अध्यक्ष बनाकर पार्टी हाईकमान ने आगामी विधानसभा चुनाव में जीत दिलाने की जिम्मेदारी सौंपी है।
कमलनाथ का जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर में 18 नवंबर, 1946 को हुआ, उनकी शिक्षा कोलकाता के जेवियर कॉलेज में हुई और राजनीतिक पारी उन्होंने मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से शुरू की। कमलनाथ ने पहला लोकसभा का चुनाव 1980 में लड़ा और उसके बाद जो चुनाव उन्होंने लड़े उनमें सभी में जीत दर्ज की। वे वर्तमान में नौवीं बार लोकसभा के सदस्य हैं।
कमलनाथ पहली बार 1991 में वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बने। उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उसके बाद वे कपड़ा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), केंद्रीय उद्योग मंत्री, परिवहन व सड़क निर्माण मंत्री, शहरी विकास, संसदीय कार्य मंत्री बने। उन्होंने संगठन में भी महासचिव जैसे पद की जिम्मेदारी निभाई।
कांग्रेस नेता की पारिवारिक स्थिति पर नजर दौड़ाएं तो पता चलता है कि वे 27 जनवरी, 1973 को अलका नाथ के साथ परिणय सूत्र में बंधे। उनके दो बेटे हैं। कमलनाथ की गिनती कभी संजय गांधी और फिर राजीव गांधी के करीबियों में होती रही है। उसके बाद उनका सोनिया गांधी और राहुल गांधी से अच्छा तालमेल है।
कमलनाथ के लिए यह पहला मौका है, जब उन्हें राज्य की राजनीति में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। आगामी विधानसभा चुनाव कमलनाथ के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। उनका भी राज्य की राजनीति में एक गुट है, अब देखना होगा कि वे किस तरह सभी के साथ सामंजस्य स्थापित कर पाते हैं।