पहले विश्व कप के मेजबान स्टेडियम की घास को अपने साथ रूस ले जाएगी उरुग्वे टीम
मोंटेवीडियो, 25 अप्रैल (आईएएनएस)| उरुग्वे की राष्ट्रीय फुटबाल टीम इस साल जून में होने वाले विश्व कप के लिए एक खास चीज को अपने साथ रूस लेकर जाएगी। यह खास चीज सेंटेनेरियो स्टेडियम की घास है, जिसने 1930 में पहले विश्व कप की मेजबानी की थी।
समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के अनुसार, उरुग्वे फुटबाल महासंघ (एयुएफ) के अध्यक्ष विलमार वाल्देज ने कहा, मेरा मानना है कि इसके साथ टीम का रूस जाना काफी मायने रखता है।
उरुग्वे की टीम को यह विचार रूस के एक गैर-सरकारी संगठन ‘बेरिंग-बेलिंगशॉसेन इंस्टीट्यूट फॉर अमेरिकाज’ ने दिया।
वाल्देज ने कहा, सेंटेनेरियो (स्टेडियम) के एक हिस्से की घास उरुग्वे के रूस में होने वाले सभी विश्व कप मैचों में शामिल होगी।
आयोजकों के अनुसार, इसका लक्ष्य रूस और उरुग्वे के बीच संबंधों को मजबूत करना है। यह 2030 विश्व कप के लिए अर्जेटीना, पराग्वे और उरुग्वे द्वारा संयुक्त दावेदारी पेश करने के प्रचार का भी हिस्सा है।
उरुग्वे में रूस के राजदूत निकोले सोफिंस्की ने संवाददाताओं से कहा, पूरी दुनिया जानती है कि सेंटेनेरियोस्टेडियम का फुटबाल जगत के लिए कितना महत्व है। इसकी घास को रूस लेकर जाना एक बहुत ही अच्छा कार्य है, जो खेल से संबद्ध वर्तमान और ऐतिहासिक चीजों के बीच के संबंध को दर्शाता है।