किशोरी अमोनकर को समर्पित रहा भीलवाड़ा सुर संगम
नई दिल्ली, 24 अप्रैल (आईएएनएस)| वार्षिक भारतीय संगीत समारोहों में से एक ‘भीलवाड़ा सुर संगम’ में इस वर्ष प्रख्यात शास्त्रीय गायिका किशोरी अमोनकर को समर्पित रहा।
उन्होंने वर्ष 2017 में इसी कार्यक्रम में अपनी अंतिम प्रस्तुति दी थी। इस बार के कार्यक्रम में पद्मश्री पंडित वेंकटेश कुमार (हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक) पंडित अजय शंकर प्रसन्ना (बांसुरी), उस्ताद शुजात हुसैन खान (सितार), अभिषेक बोरकर (सरोद) जैसे शीर्ष शास्त्रीय कलाकारों ने प्रस्तुति दी।
प्रतिवर्ष एलएनजे भीलवाड़ा समूह द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के 7वें वर्ष में इस वर्ष भी शहर के संगीत प्रेमियों ने भारतीय शास्त्रीय संगीत के कलाकारों ने रागों और जुगलबंदी के विभिन्न रूप प्रस्तुत किए।
एलएनजे भीलवाड़ा समूह के अध्यक्ष रवि झुनझुनवाला ने कहा, भीलवाड़ा सुर संगम भारतीय शास्त्रीय संगीत की समृद्ध विरासत फैलाने का हमारा एक छोटा सा प्रयास है। इस साल इसके 7वें संस्करण के आयोजन पर भारतीय शास्त्रीय संगीत की महान परंपरा के गौरव को दोहराना उत्साहवर्धक है।
वर्ष 2012 में शुरू इस शास्त्रीय संगीत उत्सव ने पिछले कुछ वर्षों में असाधारण और पौराणिक कलाकारों को शामिल किया है, जिसमें पंडित जसराज, पंडित हरि प्रसाद चौरासिया, उस्ताद शाहिद परवेज खान, उस्ताद राशिद खान, पंडित उल्हास काशलकर, उस्ताद शुजात हुसैन खान, किशोरी आमोनकर, डॉ. एन. राजम, पंडित कुमार बोस, पंडित अनिंद्य चटर्जी, पंडित अजय चक्रवर्ती, कौशिकी चक्रवर्ती, डॉ. अश्विनी भिड़े देशपांडे जैसे नाम हैं। भीलवाड़ा सुर संगम को हर साल लोगों से अत्यधिक प्रशंसा मिली है।