‘स्किल बिहार’ के बिना ‘स्किल इंडिया’ का सपना अधूरा : सुशील मोदी
पटना, 20 अप्रैल (आईएएनएस)| बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने यहां शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री के ‘स्किल इंडिया’ का सपना ‘स्किल बिहार’ के बिना पूरा नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि अधिक आबादी अभिशाप मानी जाती थी, लेकिन इस समय बिहार की कार्यशील आबादी बिहार सहित पूरे देश के लिए वरदान है। पटना में आयोजित राज्यस्तरीय कौशल प्रतियोगिता के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री मोदी ने कहा कि बिहार की आधी आबादी (15-65 आयु वर्ग) कार्यशील है। इनमें 15-30 आयु वर्ग के युवाओं की संख्या दो करोड़ से ज्यादा है। उन्होंने दावा किया कि इस समय बिहार की कार्यशील आबादी बिहार सहित पूरे देश के लिए वरदान है, जबकि देश के दक्षिण, पश्चिम के राज्यों में कार्यशील आबादी की संख्या तेजी से घट रही है।
उन्होंने कहा कि अगर बिहार के युवा अन्य राज्यों में नहीं जाएं तो उनका विकास कार्य बाधित होगा। बिहार को अपनी इस कार्यशील आबादी का लंबे समय तक लाभ मिलेगा।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के इन्हीं युवा आबादी को हुनरमंद बनाने के लिए सरकार दृढ़संकल्पित है। उन्होंने कहा कि राज्य के प्रत्येक जिले में पॉलीटेक्निक संस्थान, महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई), प्रत्येक अनुमंडल में आईटीआई तथा प्रखंडों में एक से अधिक प्रशिक्षण केंद्र खोलने का निर्णय लिया गया है।
पिछले वर्ष राज्य में नौ महिला आईटीआई के साथ 18 नए आईटीआई खोले गए हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल सरकारी क्षेत्र में 30 महिला आईटीआई के साथ 121 आईटीआई कार्यरत है।
उन्होंने कहा कि युवाओं के प्रशिक्षण के लिए राज्य सरकार के 15 विभागों के अंतर्गत 107 पाठ्यक्रम निर्धारित किए गए हैं। पूरे राज्य में 1,638 कुशल युवा प्रशिक्षण (केवाईपी) प्रशिक्षण केंद्र के जरिए युवाओं में कौशल विकास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार की सोच है कि युवाओं के हाथ में अगर हुनर होगा तो उन्हें देश में कहीं भी रोजी-रोटी कमाने से कोई रोक नहीं सकता।