प्रसाद को कैसे पहले ही मिल गई अदालत के फैसले की प्रति : कांग्रेस
नई दिल्ली, 19 अप्रैल (आईएएनएस)| कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि यह कौतूहल का विषय है कि न्यायाधीश बी. एच. लोया की मौत के मामले में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले की प्रति कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद के पास पहले से ही थी, जबकि वकीलों या मीडिया के पास इसकी कोई प्रति नहीं थी और शीर्ष अदालत की वेबसाइट भी खराब हो गई थी।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, सचमुच कौतूहल का विषय है। कानून मंत्री के पास सर्वोच्च न्यायालय के फैसले की प्रति कैसे आई, जबकि न तो प्रेस को प्रति मिली थी न ही अधिवक्ताओं को? और सर्वोच्च न्यायालय की वेबसाई भी हैक कर ली गई थी। पादर्शिता और निष्पक्षता के लिए इतना!
कांग्रेस नेता ने यह बात रविशंकर प्रसाद द्वारा भारतीय जनता पार्टी के दफ्तर में यहां की गई प्रेसवार्ता के संदर्भ में कही। प्रेसवार्ता में उन्होंने उच्चतम न्यायालय के फैसले को पढ़कर विस्तार से उसके बारे में चर्चा की थी।
शीर्ष अदालत ने गुरुवार को न्यायाधीश लोया की मौत की जांच एसआईटी से करवाने की मांग करने वाली याचिका को खारिज कर दिया।
न्यायाधीश लोया का जब निधन हुआ था उस समय वह सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले की सुनवाई कर रहे थे।