पहला ‘बिहार संवादी’ का आयोजन 21-22 अप्रैल को पटना में
नई दिल्ली, 18 अप्रैल (आईएएनएस)| बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अभिव्यक्ति के दो दिवसीय उत्सव ‘बिहार संवादी’ का 21 अप्रैल को उद्घाटन करेंगे। यह आयोजन पहली बार बिहार में हो रहा है।
हिंदी भाषा को लेकर जारी मुहिम ‘हिंदी हैं हम’ के तहत 21-22 अप्रैल को पटना के तारामंडल में बिहार संवादी का आयोजन होगा। यह बिहार के लेखकों, कलाकारों, संस्कृतिकर्मियों का अपना मंच होगा जहां वे साहित्यक, सामाजिक, सांस्कृतिक मसलों पर संवाद करेंगे।
बिहार संवादी में दैनिक जागरण हिंदी बेस्ट सेलर की चौथी सूची के अलावा सालाना सूची भी जारी की जाएगी। इसके अलावा ‘हिंदी हैं हम’ की एक और मुहिम के अंतर्गत दैनिक जागरण ज्ञानवृति के सफल शोधार्थियों के नामों की भी घोषणा की जाएगी। इसमें गैर साहित्यिक विषयों में हिंदी में मौलिक शोध करने वाले शोधार्थियों को नौ महीने तक 75 हजार रुपये दिए जाएंगे।
पहले दिन मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटन के बाद कार्यक्रम के पहले सत्र में साहित्य का ‘सत्ता विमर्श’ विषय पर प्रो. रामबचन राय, अरुण कमल, आलोक धन्वा, रेवती रमण, अनीश अंकुर आमने-सामने होंगे। दूसरे सत्र में ‘जाति के जंजाल में साहित्य’ विषय पर रमेश ऋतंभर, अनिल विभाकर, कर्मेन्दु शिशिर, अरुण नारायण, संजय कुमार कुंदन से अनंत विजय विमर्श करेंगे। इसके अलावा दोनों सत्रों में अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
दूसरे दिन की शुरुआत ‘बिहार की कथाभूमि’ विषय पर हृषिकेश सुलभ व रामधारी सिंह दिवाकर से प्रेम भारद्वाज बातचीत करेंगे। दूसरे दिन के छठे सत्र में परिधि से केंद्र की दस्तक (हाशिए का साहित्य) पर प्रेम कुमार मणि, महुआ माझी, निवेदिता शकील, सुजाता चौधरी आमने सामने होंगे। धर्म और साहित्य सत्र में नरेंद्र कोहली अपनी बात रखेंगे। बिहार संवादी के अंतिम सत्र ‘सिनेमा में बिहारी’ विषय पर संजय मिश्रा, पंकज त्रिपाठी, विनोद अनुपम लोगों से रुबरू होंगे।