दो हफ्तों में दूर हो जाएंगी पहाड़ी गांवों की सभी स्वास्थ्य समस्याएं
स्वास्थ्य सचिव नितेश झा ने दिया आदेश, पर्वतीय क्षेत्रों में भेजे गएं 421 डॉक्टर
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में लचर स्वास्थ्य सुविधाओं के कारण पिछले एक दशक में हज़ारों की संख्या में लोगों ने मैदानी क्षेत्रों में पलायन किया है,लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश भर के पर्वतीय जिलों में 421 डॉक्टर्स की तैनाती कर दी है, इससे आने वाले समय में लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से राहत मिल सकेगी।
पहाड़ी क्षेत्रों में डॉक्टरों की तैनाती का यह आदेश उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव नितेश झा दिया है। इसके साथ ही डॉक्टरों से यह भी कहा गया है कि वो दिए गए क्षेत्रों दो हफ्तों के अंदर अपनी पहुंच जाएं।
उत्तराखंड में इस समय सरकारी अस्पतालों में करीब एक हज़ार डॉक्टरों के पद खाली पड़े हैं। इनमें से अधिकतर पद पहाड़ी इलाकों में बने अस्पतालों के हैं। खाली पड़े पदों में ट्रेंड डॉक्टर्स और स्पेशलिस्ट की काफी कमी है। ऐसे में उत्तराखंड सरकार का यह फैसला पहाड़ी क्षेत्रों में रह रहे लोगों के लिए मददगार साबित हो सकती है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हाल ही में प्रदेशभर में 421 नए डॉक्टरों को तैनाती देने की योजना बनाई थी। इसी योजना के तहत मंगलवार को इन डॉक्टरों की तैनाती के आदेश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य सचिव, उत्तराखंड नितेश झा ने इस बारे में बताया है कि अभी तक अच्छे इलाज के लिए पर्वतीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को देहरादून और हल्द्वानी जैसे विकसित क्षेत्रों में जाना पड़ना था। लेकिन अब उनके घरों के पास ही उन्हें अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी।