मोदी के 56 इंच के सीने में गरीबों, किसानों के लिए जगह नहीं : राहुल
अमेठी, 17 अप्रैल (आईएएनएस)| अपने संसदीय क्षेत्र के तीन दिनी दौरे पर यहां पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दूसरे दिन मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 56 इंच के सीने में गरीबों और किसानों के लिए जगह नहीं है, अच्छे दिन लाने का वादा करने वाली सरकार ने सिर्फ 15 अमीरों को अच्छे दिन दिखाए। तीन दिवसीय दौरे पर अमेठी पहुंचे सांसद ने लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं और कई सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया।
लोगों ने जब अमेठी की समस्याएं उनके सामने रखीं, तब राहुल ने कहा कि अमेठी की समस्याओं के लिए मुख्मयंत्री योगी आदित्यनाथ जिम्मेदार हैं और यह सवाल योगी के साथ-साथ नरेंद्र मोदी से भी पूछा जाना चाहिए।
राहुल ने कहा, मोदी सरकार रोजगार और किसानों के मुद्दे पर फेल है। प्रदेश की योगी सरकार ने अमेठी के लिए प्रस्तावित प्रोजेक्ट को बंद करवा दिया। हमारी सरकार आने पर फूड पार्क और हिंदुस्तान पेपर मिल को फिर से अमेठी में लाया जाएगा।
उन्होंने कहा, अमेठी को योगी जी चला रहे हैं, ऐसे में यहां की समस्याओं के लिए योगी जी से सवाल पूछे जाने चाहिए। जब हमारी सरकार आएगी, तब हम जवाब देंगे।
राहुल ने कहा, नीरव मोदी और मेहुल चकसी के पीएम मोदी से अच्छे संबंध हैं, इसलिए उन्हीं के अच्छे दिन भी आए। नोटबंदी के बहाने मोदी ने आपकी जेब से पांच सौ और हजार का नोट छीनकर नीरव मोदी को दे दिए। यह सरकार गरीब किसानों की मदद नहीं करती, लेकिन 15 सबसे अमीर लोगों के ढाई लाख करोड़ रुपये के कर्ज उन्होंने माफ कर दिए। उन्होंने 45 हजार करोड़ रुपये का एक प्रोजेक्ट एचएएल से छीनकर एक उद्योगपति को दे दिया। मोदी सरकार ने बेंगलुरू में लोगों का रोजगार छीन लिया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, मोदी संसद में खड़े होने से डरते हैं। हमें 15 मिनट बोलने को मिल जाए, तो वह हमारे सामने टिक नहीं पाएंगे।
देश के कई राज्यों में एटीएम से अचानक नकदी गायब होने के बीच राहुल गांधी ने कहा कि भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी व मेहुल चोकसी को ‘अच्छे दिन’ मुहैया कराकर नरेंद्र मोदी ने देश की बैंकिंग प्रणाली को बर्बाद कर दिया है।
राहुल ने हीरा कारोबारियों द्वारा किए गए बैंकिंग घोटाले पर चुप्पी साधने के लिए भी मोदी की आलोचना की।
उन्होंने कहा, मोदीजी ने बैंकिंग प्रणाली को बर्बाद कर दिया। नीरव मोदी 30,000 करोड़ रुपये लेकर भाग गया और प्रधानमंत्री ने एक शब्द भी नहीं कहा।
राहुल ने कहा, हमें कतार में खड़े होने के लिए मजबूर किया गया, क्योंकि उन्होंने हमारी जेब से 500-1000 रुपये के नोट लेकर नीरव मोदी की जेब में डाल दिया।
राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री बजट सत्र के दूसरे चरण में बोलने से डरे हुए थे। इस चरण में विभिन्न पार्टियों द्वारा विरोध-प्रदर्शन की वजह से कामकाज नहीं हो पाया था।
उन्होंने कहा, अगर हमें संसद में राफेल मुद्दे, नीरव मोदी के मामले में बोलने दिया गया होता, तो प्रधानमंत्री हमारा सामना नहीं कर पाते।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मोदी व्यक्तिगत तौर पर नीरव मोदी और चोकसी को जानते हैं और उन्हें ‘नीरव भाई’ और ‘मेहुल भाई’ कहकर पुकारते थे।
राहुल ने कहा, देश के लिए उनके (प्रधानमंत्री) द्वारा किया गया ‘अच्छे दिन’ का वादा नीरव मोदी और मेहुल चोकसी समेत केवल 15 लोगों के लिए था। किसान, मजदूर, दिहाड़ी मजदूर समेत इस देश के गरीबों के लिए ये सिर्फ ‘बुरे दिन’ हैं।