भारत के पहले पॉड होटल अर्बनपॉड ने पहला वर्षगांठ मनाया
मुम्बई, 17 अप्रैल (आईएएनएस)| वर्ष 2017 में अपनी स्थापना के बाद से भारत का अपनी तरह का पहला पॉड होटल- अर्बनपॉड भारतीय हॉस्पिटॅलिटी उद्योग में अपनी उपस्थिति को मजबूत कर रहा है। पिछले वर्ष अर्बनपॉड के लॉन्च के साथ, भारत में हॉस्पिटॅलिटी क्षेत्र में एक ‘नई श्रेणी’ का शुभारंभ हुआ था। पिछले एक साल में अर्बनपॉड ने अच्छी संख्या में भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों बाजारों के यात्रियों का मिश्रण देखा है और 10,000 से अधिक अतिथियों को सेवाएँ प्रदान की हैं। ‘विविध’ श्रेणी के ग्राहकों के साथ, इसने दुनिया भर में 40 से अधिक देशों के आगंतुकों की सेवा की है।
अर्बनपॉड ने खुद को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ के साथ बेंचमार्क किया है और छोटे पर आकर्षक और परिष्कृत, उच्च तकनीकी से सुसज्जित आत्मनिहित पॉड (जिसकी अक्सर एक अंतरिक्ष-जहाज से तुलना की जाती हैं) हैं जो वैश्विक दर्शकों को आराम प्रदान करने के लिए आधुनिक, अपग्रेड-संस्करण है।
अर्बनपॉड प्राइवेट लिमिटेड के सह-संस्थापक हिरेन गांधी ने कहा, पॉड होटल्स जो वैश्विक यात्रियों के मध्य लोकप्रिय हैं, धीरे-धीरे भारतीय यात्रियों में भी लोकप्रिय हो रहे हैं। इसमें मुख्य बात यह है कि 30 से 45 आयु वर्ग की एक बड़ी संख्या, इस अभिनव पहल को चुन रही है! इसके अतिरिक्त, एकल-महिला यात्रियों और बिजनेस-वूमन की एक बड़ी संख्या ने लेडिज पॉड्स सेक्शन की विशिष्ट सुरक्षा, स्वच्छता और आराम को प्राथमिकता दी है।ह्व श्री गांधी ने आगे कहा, ह्लहमारे पॉड होटल ने टॉप-रेटेड होने तथा वर्ष का बेस्ट बुटीक होटल होने के कारण उद्योग जगत में भी प्रशंसा हासिल की है। हमारी वर्तमान स्थिति को मजबूत बनाते हुए, हमने जल्द ही अन्य शहरों में विस्तार की योजना बनाई है।
अर्बनपॉड, जो यात्रियों के लिए एक स्मार्ट-स्टे विकल्प का वायदा करता है, ने किसी भी बड़े होटल जैसी लक्जरी और सर्विसेज को पॉकेट-फ्रैंडली ऑफर्स के साथ प्रदान कर ग्राहकों के लिए वेल्यू स्थापित कर ली है तथा फिजूलखर्च की चीजों से दूर हटकर उन चीजों पर ध्यान केन्द्रित कर रही है जिसकी वास्तव में आज का यात्री को तलाश रहती है।
नई पीढ़ी के यात्री (बिजनेस और छुट्टियां बिताने आये दोनों), एकल यात्री, यात्रियों के समूह (अध्ययन से संबंधित समूह, शोधकतार्ओं और खेल), बैकपैकर्स और ऐसे ही, आमतौर पर 20 से 50 वर्ष की आयु समूह के यात्री अब तक अर्बनपॉड में विजिट कर चुके हैं।
जिन लोगों को शुरू में संदेह हुआ है, उन्होंने पहली बार इस पहल का अनुभव किया है तथा इसे स्वीकार किया है और इसे पंसद किया है, विशेषकर, नई-पीढ़ी के यात्रियों ने! इससे पता चलता है कि भारतीय नए स्वरूपों, विचारों, रुझानों और अनुभवों के प्रति निश्चित रूप से अधिक ओपन हुए हैं।
आवास की यह अनूठी पहल (जिसको लेकर पॉड्स को स्थापित किया गया है), होटल में ठहरे अन्य मेहमानों के साथ नेटवर्क और सोशलाइज होने के अवसर प्रदान करती है तथा समुदाय-निर्माण और शेयर्ड-लिविंग, ऐसी जीवनशैली जिसे विश्वभर में बड़े पैमाने पर अपनाया जा रहा है, के वृहद पहलू को प्रोत्साहित करती है। यात्रा के दौरान अब यह अनूठी पहल ज्यादा महत्वाकांक्षी और एक जरूर-अपनाने वाला विकल्प बन गयी है! एक प्रकार से, अर्बनपॉड ने ह्यशेयर-लिविंगह्य की धारणा को पुन: परिभाषित करने में मदद की है।