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राजीव गांधी जयंती : देश में सबसे कम उम्र के बने थे पीएम

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने की थी देश में कम्प्यूटरीकरण की शुरुआत

नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का 73वां जन्म दिवस मनाया गया। चालीस साल की उम्र में देश के पीएम की कुर्सी संभालने वाले राजीव गांधी की जयंती पर आज रविवार को देश में विविध आयोजन हुए। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी, बेटी प्रियंका गांधी, दामाद रॉबर्ट वाड्रा, नातिन मिराया ने राजधानी में उनकी समाधि पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे। वहीं दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता शीला दीक्षित और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी राजीव गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की।

महज 40 साल की उम्र में प्रधानमंत्री का पद संभालने वाले राजीव गांधी को आज देश-दुनिया के लोग याद कर रहे हैं।  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर देश के विकास में उनके योगदान को याद किया। 20 अगस्त 1944 को जन्मे राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद कंप्यूटर को बढ़ावा देने, दुनिया के स्तर पर भारत की पहचान बनाने, खेल के क्षेत्र में देश को आगे बढ़ाने, भ्रष्ट नौकरशाही पर शिकंजा कसने और देश को एक समृद्ध और शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में इक्कीसवी सदी के ओर ले जाने का नारा देकर जनमानस में नई आशाएं जगाईं।

1991 में राजीव गांधी चुनाव में विजय हासिल करने के लिए जोरदार प्रचार में जुटे थे मगर इसी दौरान 21 मई 1991 में तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में एक चुनाव प्रचार के दौरान एलटीटीई से जुड़े आत्मघाती हमलावरों ने राजीव गांधी की हत्या कर दी।

अमिताभ बच्चन के घर हुई थी राजीव गांधी की शादी

राजीव गांधी और अभिनेता अमिताभ बच्चन की दोस्ती बचपन से ही थी। जब राजीव गांधी एक बड़ी दिक्कत में फंसे तो अमिताभ ने उनकी मदद की थी। तीन साल के लंबे लव अफेयर के बाद राजीव गांधी ने सोनिया गांधी से शादी करने का फैसला लिया था।
मां इंदिरा गांधी भी इस रिश्ते के लिए तैयार हो गई थीं। शादी के लिए 1968 में सोनिया गांधी पहली बार भारत आईं। सबसे बड़ी समस्या यह थी कि आखिर शादी को कैसे संपन्न कराया जाए क्योंकि भारतीय रीति-रिवाज में शादी के दौरान दुल्हन को उसके पिता दान करने की रस्म को निभाते हैं। राजीव अमिताभ के घर पहुंचे और उन्हें अपनी दिक्कत बताई। अमिताभ ने अपने घर से शादी कराने का सुझाव दिया। यह सुझाव सभी को पसंद आया।

सोनिया गांधी जब 13 जनवरी 1968 को दिल्ली पहुंचीं तो अमिताभ बच्चन भी राजीव गांधी के साथ उन्हें रिसीव करने पालम एयरपोर्ट पर पहुंचे थे। सोनिया अमिताभ के घर पर ही ठहरीं। बाद में राजीव गांधी अमिताभ के घर बारात लेकर पहुंचे। अमिताभ के पिता और चर्चित कवि हरिवंश राय बच्चन ने सोनिया गांधी का कन्यादान किया।

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